वंदे मेट्रो (pic credit; social media)
Vande Metro Mumbai: मुंबईकरों की लाइफलाइन कही जाने वाली लोकल ट्रेन अब पूरी तरह बदलने जा रही है। मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) ने 2,856 एयर कंडीशन ‘वंदे मेट्रो’ (सबअर्बन) कोच खरीदने और उनके दीर्घकालीन रखरखाव के लिए ई-टेंडर जारी कर दिया है। यह कदम मुंबई की लोकल ट्रेनों को आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक बनाने की दिशा में ऐतिहासिक साबित होगा।
ये नए कोच न केवल दिखने में मेट्रो जैसे होंगे, बल्कि यात्रियों के लिए कई नई सुविधाएं भी लाएंगे। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हाल ही में बीकेसी में हुए एक कार्यक्रम में बताया कि रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव से नई एसी लोकल ट्रेनों का किराया न बढ़ाने का भी अनुरोध किया गया है।
कैसे होंगे नए रेक ?
नए वंदे मेट्रो रेक 12, 15 और 18 डिब्बों वाले होंगे। फिलहाल ज्यादातर लोकल 12-कार रेक पर आधारित हैं और भीड़ को देखते हुए अब 15-कार सेवाओं को बड़े पैमाने पर शामिल किया जाएगा। भविष्य में 18-कार रेक भी लाने की तैयारी है, ताकि यात्रियों को ज्यादा जगह मिल सके और भीड़ का दबाव कम हो।
नए बदलाव और सुविधाएं
कुशन वाली सीटें, ताकि ठंडी स्टील सीटों की शिकायत खत्म हो
हर सीट के पास मोबाइल चार्जिंग प्वॉइंट
इन्फोटेनमेंट सिस्टम, जिससे सफर होगा मनोरंजक
बेहतर एसी (HVAC) सिस्टम, मुंबई की उमस से राहत
दोनों छोर पर वेंडर्स कम्पार्टमेंट, स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर
ऑटोमेटिक दरवाजे और आधुनिक ब्रेकिंग सिस्टम से सुरक्षा में इजाफा
तेज रफ्तार और ज्यादा समय की बचत
नए वंदे मेट्रो रेक 130 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ सकेंगे, जबकि मौजूदा लोकल ट्रेनें 100-110 किमी/घंटा की रफ्तार तक सीमित हैं। अधिकारियों का कहना है कि ऑटोमेटिक दरवाजे के कारण लगने वाले 15-20 सेकंड की भरपाई तेज एक्सलेरेशन और डी-एक्सलेरेशन से हो जाएगी। इससे खासकर फास्ट कॉरिडोर पर सेवाओं में बड़ा सुधार होगा।
लंबे समय तक रखरखाव और नए शेड
यह टेंडर सिर्फ आपूर्ति तक सीमित नहीं है। अगले 35 साल तक इनका रखरखाव भी इसी अनुबंध के तहत होगा। इसके लिए दो नए अत्याधुनिक डिपो बनाए जाएंगे — एक मध्य रेलवे के भिवपुरी में और दूसरा पश्चिम रेलवे के वानगांव में। खास बात यह है कि इन रेक का रखरखाव निजी कंपनी द्वारा किया जाएगा।
कब मिलेगी पहली झलक ?
टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद एक प्रोटोटाइप तैयार करने में करीब 2 साल लगेंगे। यानी मुंबईकरों को 2027 तक पहली झलक मिलने की उम्मीद है। इसके बाद परीक्षण, मंजूरी और चरणबद्ध आपूर्ति की जाएगी।
हर दिन 80 लाख से ज्यादा लोग लोकल ट्रेन में सफर करते हैं। भीड़, उमस और असुविधा की शिकायतें अब तक आम रही हैं। लेकिन एसी वंदे मेट्रो लोकल के आने से मुंबईकरों का सफर सचमुच बदलने वाला है।