आनंद परांजपे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: वक्फ संशोधन बिल पर शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत एवं उप मुख्यमंत्री अजित पवार की राकां के बीच ठन गई है। राकां के नेता प्रफुल्ल पटेल को राउत ने गुरुवार को राज्य सभा में ‘नंगा करने’ की धमकी दी थी। जिसके बाद राकां ने शुक्रवार को पलटवार करते हुए मुंहतोड़ जवाब देने की चेतावनी राउत को दी है।
गुरुवार को राज्य सभा में वक्फ संशोधन बिल पर बहस के दौरान राउत और प्रफुल्ल पटेल के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली थी। जिसके बाद राउत ने आपा खो दिया। संजय राउत ने अप्रत्यक्ष तौर पर पटेल के माफिया डॉन दाऊद से कथित संबंध होने का दावा करते हुए एक्सपोज करने की धमकी दी थी। राउत ने कहा कि बीजेपी ने दाऊद के सहयोगियों को संसद में साथ ले लिया। खुद रंग बदलने वाले दूसरों को वफादारी का पाठ पढ़ाते हैं। उन्होंने अजित पवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्होंने अपना अवमूल्यन करा लिया है।
उपरोक्त विवादित बयानों पर अजित की राकां ने शुक्रवार को पलटवार किया। राकां के दक्षिण मुंबई में आयोजित पत्रकार परिषद में पूर्व सांसद एवं राकां के मुख्य प्रवक्ता आनंद परांजपे ने राउत पर जोरदार हमला बोला। आनंद परांजपे ने कहा कि भांडुप का भोंगा दिल्ली से एक मानसिक रोगी की तरह कानफाड़ू आवाज में बजा। लेकिन उसे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री अजित पवार और राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष सांसद प्रफुल्ल पटेल के बारे में सोच-समझकर बोलना चाहिए। नहीं तो भविष्य में ठाणे के मानसिक अस्पताल में उनके लिए एक बेड बुक कर दिया जाएगा।
Watch: After Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut made personal comments about NCP MP Praful Patel, NCP spokesperson Anand Paranjpe says, “The way Raut spoke today reflects his mental failure. Shiv Sena faced a humiliating defeat in the assembly elections, and more people are leaving… pic.twitter.com/aXPd72QEY8
— IANS (@ians_india) April 4, 2025
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आनंद परांजपे ने आगे कहा कि कभी शिवसेना हिंदुत्व की राजनीति करती थी। “गर्व से कहो हम हिंदू हैं…” उनका नारा था। खुद बालासाहेब ठाकरे ने कहा था कि अगर बाबरी मस्जिद को गिराने में उनके शिवसैनिकों का हाथ था, तो उन्हें उन पर गर्व है। 1992-93 के दंगों में शिवसेना की भागीदारी की बात भी उन्होंने स्वीकार की थी। लेकिन आज की शिवसेना, जिसे संजय राउत ने कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी के चरणों में समर्पित कर दिया है, उस विचारधारा से बहुत दूर जा चुकी है। राउत ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वैसे ही शब्द हम भी उनके लिए प्रयोग कर सकते हैं।