एसटी निगम के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक
Mumbai News: मुंबई ग्रामीण महाराष्ट्र की जीवनवाहिनी कही जाने वाली राज्य परिवहन निगम की बस सेवा हाइटेक हो रही है। राज्य भर में एसटी के लाखों यात्री अब मोबाइल ऐप का उपयोग करने लगे हैं। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने बताया कि राज्य परिवहन निगम (एसटी) के मोबाइल ऐप यात्रियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हुआ है। वर्तमान में इस ऐप के लगभग 10 लाख उपयोगकर्ता हो गए हैं। परिवहन मंत्री और एसटी निगम के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक ने बताया कि एसटी निगम ने कुछ महीने पहले मोबाइल ऐप में सुधार कर नया संस्करण लॉन्च किया। इसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों को बस आरक्षण सेवा अधिक सुविधाजनक तरीके से प्रदान करना है। पारंपरिक टिकट खरीदने या सीधे बस स्टेशन पर निर्भर रहने के बजाय, यात्री अब अपने स्मार्टफ़ोन से टिकट खरीद सकते हैं और यात्रा संबंधी जानकारी देख सकते हैं।
1 अप्रैल 2025 से लॉन्च किए गए नए एमएसआरटीसी बस आरक्षण ऐप काफी लोकप्रिय हो गया। मार्च 2025 तक जहां 3 लाख 94 हज़ार यात्री पुराने मोबाइल ऐप का उपयोग कर रहे थे वहीं नए ऐप लॉन्च के बाद, मई-2025 तक लगभग 6 लाख 72 हज़ार यात्रियों ने नए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया। वर्तमान में, 10 लाख उपयोगकर्ताओं में से औसतन 5 लाख यात्री हर महीने संशोधित मोबाइल ऐप से टिकट खरीद रहे हैं।
ऐप डाउनलोड करने वाले यात्रियों ने ऐप के बारे में अपने अनुभव, सुझाव और शिकायतों के बारे में काफ़ी प्रतिक्रियाएँ दी हैं। बेशक, उपयोगकर्ताओं की शिकायतों और सुझावों को लेकर कुछ चुनौतियाँ भी हैं। शिकायतों से पता चलता है कि कम नेटवर्क कवरेज वाले ग्रामीण इलाकों में कुछ समस्या आ रही है। वरिष्ठ नागरिकों या तकनीकी रूप से कम जानकारी रखने वाले यात्रियों के लिए ऐप का इस्तेमाल भी मुश्किल है ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्याओं को दूर करने के लिए, एसटी निगम ने स्थानीय सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ऐप के यूआई/यूएक्स को और अधिक अनुकूल बनाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है।
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उल्लेखनीय है कि एसटी के ऐप को प्ले स्टोर पर 4.6 स्टार की रेटिंग मिली है। परिवहन मंत्री सरनाईक ने कहा कि निस्संदेह, इस ऐप के प्रति यात्रियों की बढ़ती प्रतिक्रिया आधुनिक सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के प्रति अच्छा संकेत देती है। सरनाईक ने कहा कि यदि तकनीक का उपयोग उचित योजना और स्थानीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किया जाए, तो यात्रियों को अधिक सुविधाजनक, सुरक्षित और पर्यावरण-अनुकूल सेवाएं मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
—-मुंबई से सूर्यप्रकाश मिश्र की रिपोर्ट