
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Nashik Swachh Bharat Mission News: नासिक स्वच्छ भारत अभियान के दूसरे चरण को गति देने के लिए नासिक जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग ने सीवेज मैनेजमेंट क्लस्टर योजना के तहत टेंडर जारी कर दिए हैं।
जिले में पहले चरण में 12 क्लस्टर बनाने के लिए 8।84 करोड़ रुपये का फंड मंजूर किया गया है। हालांकि, इस योजना के कार्यान्वयन के लिए राज्य स्तर पर अपनाई गई ‘एम्पैनलमेंट’ प्रणाली को लेकर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि पिछले पांच सालों में इसी तरह का प्रयोग पूरी तरह विफल रहा है।
2015 में शुरू हुए स्वच्छ भारत अभियान के कारण देश में शौचालयों की संख्या 37% से बढ़कर 98% हो गई है। लेकिन अब इन शौचालयों के सेप्टिक टैंक भरने की नई समस्या सामने आ रही है।
यह भी पढ़ें:- जश्न भी, सुरक्षा भी: न्यू ईयर पर नासिक पुलिस अलर्ट मोड में, शराब बिक्री को मिली विशेष छूट
इसी के समाधान के लिए ‘सीवेज मैनेजमेंट क्लस्टर’ बनाए जा रहे हैं यह क्लस्टर आसपास की ग्राम पंचायतों के शौचालयों से सीवेज (कीचड़) इकट्ठा करेगा। एकत्रित सीवेज को वैज्ञानिक तरीके से प्रोसेस कर उससे जैविक खाद बनाई जाएगी।
नासिक जिले के इन 12 स्थानों पर बनेंगे क्लस्टर
| क्रमांक | तहसील | क्लस्टर स्थान |
|---|---|---|
| 1 | दिंडोरी | मोहदी |
| 2 | सिन्नर | भोकानी |
| 3 | देवला | पिंपलगांव |
| 4 | चांदवड़ | वडालीभोई, भालूर |
| 5 | बागलाण | नामपुर |
| 6 | निफाड़ | विंचूर |
| 7 | येवला | अनकुटो |
| 8 | कलवन | कनाशी |
| 9 | नाशिक | सिद्धा पिंपरी |
| 10 | इगतपुरी | शिरसाठे |
| 11 | मालेगांव | दाभाड़ी |






