एफडीए ने लिया एक्शन (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र में बुधवार को शिंदे के विधायक का कैंटीनकर्मी की पिटाई करने का मामला जोरो पर रहा। इस दौरान महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने आकाशवाणी स्थित एमएलए कैंटीन का निरीक्षण किया। महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने बुधवार को यहां विधायकों के एक छात्रावास की कैंटीन से खाने के नमूने एकत्र किए और उन्हें जांच के लिए भेज दिया।
एफडीए के अधिकारी बुधवार दोपहर एमएलए हॉस्टेल पहुंचे। अधिकारियों ने खाने के नमूने इकट्ठा किए और उन्हें बांद्रा स्थित विभाग की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेज दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में 16 दिनों के भीतर एफडीए की रिपोर्ट आने की उम्मीद है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, “एफडीए पहले अपनी रिपोर्ट पूरी करेगा। राज्य सरकार द्वारा इसे स्वीकार किए जाने के बाद, अन्य विभाग उचित कार्रवाई करने के लिए आगे आ सकते हैं।” इस बीच एफडीए ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कैटरर का ठेका रद्द कर दिया है।
महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने बुधवार शाम को मुंबई स्थित आकाशवाणी एमएलए हॉस्टल में कैंटीन चला रहे कैटरर का लाइसेंस रद्द कर दिया। शिवसेना के विधायक संजय गायकवाड़ ने यहां एक कर्मचारी को बासी भोजन परोसने के लिए कथित तौर पर थप्पड़ मारा था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था और कार्रवाई की गई।
एफडीए ने अपने निलंबन आदेश में कहा कि ठेकेदार अजंता कैटरर्स ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के प्रावधानों और सुरक्षा एवं मानक (खाद्य व्यवसायों का लाइसेंस और पंजीकरण) विनियम, 2011 का भी उल्लंघन करते पाया गया। नियामक ने बताया कि हॉस्टल में दिन में किए गए निरीक्षण के दौरान ये उल्लंघन पाए गए।
कैंटीनकर्मी ने परोसे बासी चावल और बदबूदार दाल, विधायक ने कर दी पिटाई
एफडीए के आदेश में अजंता कैटरर्स को बृहस्पतिवार (10 जुलाई) से हॉस्टल परिसर में खाद्य सेवा संचालन बंद करने का निर्देश दिया गया है। यह कार्रवाई शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा एमएलए हॉस्टल कैंटीन में “बासी भोजन” परोसने पर एक कर्मचारी को थप्पड़ मारने के बाद की गई है।
एमएलए होस्टल के कैंटीन में शिवसेना के विधायक ने आरोप लगाया था कि उन्हें कैंटीन के कर्मचारी ने बासी खाना परोसा। इस मामले में आक्रामक होकर विधायक ने कर्मचारी की पिटाई की और उसकी शिकायत भी की। इस घटना का वीडियो वायरल होते ही विपक्ष ने सरकार पर सवाल खड़े कर दिए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)