मराठा आरक्षण (Pic Credit; social media)
Maharashtra News: मराठा आरक्षण आंदोलन के चलते मुंबई के दक्षिणी हिस्से में पिछले चार दिनों से अराजकता फैल गई है। आंदोलन की वजह से बाजार, दुकाने और ऑफिस पूरी तरह प्रभावित हुए हैं। विशेष रूप से दक्षिण मुंबई के व्यापारिक क्षेत्रों में भारी भीड़ के कारण दैनिक जीवन बाधित हुआ और व्यापारियों को अरबों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।
व्यापारी और कारोबारियों का कहना है कि आंदोलन के कारण दक्षिण मुंबई के प्रमुख बाज़ार, कपड़ा और अन्य वस्तुओं के विक्रय केंद्र ठप हो गए हैं। त्योहार के समय व्यापार में यह गिरावट और भी गंभीर साबित हुई है। हिंदुस्तान पेडिया की रिपोर्ट के अनुसार, आंदोलन के कारण सिर्फ चार दिनों में व्यापार जगत को करीब 5000 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
आंदोलन के कारण कई कार्यालयों और व्यावसायिक बैठकों को स्थगित करना पड़ा, जिससे व्यापारिक गतिविधियां पूरी तरह प्रभावित हुईं। सड़कें और मार्ग जाम होने के कारण आवागमन भी मुश्किल हो गया, जिससे आम जनता को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी।
कुछ क्षेत्रों में आंदोलन के आड़ में दुकानों में लूटपाट की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे सुरक्षा की स्थिति और भी नाजुक हो गई है। व्यापारियों ने सरकार से आग्रह किया है कि स्थिति को जल्द सामान्य किया जाए और उनके नुकसान की भरपाई के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं।
दक्षिण मुंबई के व्यापारी यह चेतावनी भी दे रहे हैं कि यदि समस्या का समाधान तुरंत नहीं हुआ, तो मुंबई की छवि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और पर्यटन उद्योग पर भी दीर्घकालिक असर देखने को मिल सकता है।
व्यापारी संघ का कहना है कि इस हालात को जारी रहने नहीं दिया जा सकता और सरकार को तत्काल हस्तक्षेप कर सामान्य स्थिति बहाल करनी चाहिए। व्यापारियों ने स्पष्ट किया कि आर्थिक नुकसान रोकना और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राथमिकता होनी चाहिए।
इस बीच प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है, लेकिन व्यापार जगत और आम जनता के लिए राहत की स्थिति अभी भी दूर दिखाई दे रही है।