
विधानसभा की हार का बदला लेने का मौका! (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Jamkhed Municipal Election: “विधानसभा चुनाव के दौरान मैं यहाँ नहीं आ सका, इसका जितना दुख राम शिंदे को है उतना ही दुख मुझे भी है। आपने चुनाव में बाजी लगभग पलट दी थी, लेकिन पोस्टल बैलेट में परिणाम पलट गया। अब उस हार का बदला लेने का समय आ गया है। इसलिए आप प्रांजलताई अमित चिंतामणी को नगराध्यक्ष और अन्य 24 उम्मीदवारों को नगरसेवक के रूप में विजयी बनाइए। जामखेड नगरपरिषद पर कमल का झंडा फहराइए।
आपकी सभी मांगें स्वीकार की जाएँगी और रामभाऊ द्वारा शुरू किए गए विकास कार्य पूरे करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। जामखेड में एक भी बेघर नहीं रहेगा।यह संकल्प आप लीजिए और उसे पूरा करने का काम हम करेंगे।” मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने यह आश्वासन जामखेड नगरपरिषद चुनाव में BJP की नगराध्यक्ष पद की उम्मीदवार प्रांजलताई अमित चिंतामणी और 24 नगरसेवक प्रत्याशियों के प्रचार के दौरान आयोजित जनसभा में दिया।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि “अगले पाँच साल आपके शहर की बागडोर किसके हाथ में रहेगी।यह फैसला करने का समय है। लोकतंत्र के माध्यम से आपको ही यह निर्णय लेना है। यदि आप शहर जिम्मेदार और हमारी विचारधारा वाले लोगों के हाथ में देंगे, तो योजनाओं और मिलने वाले निधि का सही इस्तेमाल होगा। अगर कोई गलती हुई, तो हम पूछताछ भी कर सकेंगे। लेकिन सत्ता विरोधियों को दी, तो योजनाओं का क्या होगा।कुछ पूछ भी नहीं पाएंगे। इसलिए जामखेड नगरपरिषद पर कमल का झंडा लहराइए। आने वाले पाँच सालों में विकास की जिम्मेदारी हम लेंगे।”
सभा में विधायक सुरेश धस, विधायक योगेश टिळेकर, अमित चिंतामणी, प्रा. मधुकर राळेभात, अजय काशीद, रवी सुरवसे, दत्तात्रेय वारे, डॉ. भगवान मुरुमकर, अंबादास पिसाळ ने भाषण दिया। कृषि उत्पन्न बाजार समिति के पूर्व सभापति रामचंद्र उर्फ चंद्रकांत राळेभात ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को “जय महाराष्ट्र” कहते हुए BJP में प्रवेश किया।
फडणवीस ने कहा कि “सरकार को एक साल से ज्यादा हो गया है। विरोधी कहते थे कि चुनाव के बाद ‘लाडकी बहन’ योजना बंद हो जाएगी। जब तक देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री है, यह योजना बंद नहीं होगी। बल्कि हमने ‘लखपति दीदी’ योजना शुरू की है, जिसके तहत राज्य की बहनों को सरकारी योजनाओं के माध्यम से एक लाख रुपये वार्षिक आय प्राप्त हो सकेगी। उन्हें आत्मनिर्भर बनाना ही हमारा प्रयास है।”
नगराध्यक्ष पद की उम्मीदवार प्रांजल चितामणी ने कहा कि “चुनाव प्रचार के दौरान हमने नगरपालिका क्षेत्र की सभी समस्याएँ समझ ली हैं। इन्हें हल करने के लिए विधान परिषद के सभापति प्रा. राम शिंदे और मुख्यमंत्री फडणवीस के मार्गदर्शन में हम इन समस्याओं का समाधान निश्चित रूप से करेंगे।” सभा में 12 प्रभागों के 24 उम्मीदवार, उनके समर्थक और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
प्रा. राम शिंदे ने कहा कि “जामखेड में 180 करोड़ रुपये की पानी योजना और 80 करोड़ रुपये के ड्रेनेज कार्य प्रगति पर हैं। शहर और उपनगरों में कंक्रीट प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलनी चाहिए। बेघरों को घर उपलब्ध कराने के लिए प्रकल्प लागू किया जाए। शहर और सात बस्तियों को जलसंधारण जैसी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए।”
उन्होंने यह सभी मांगें मुख्यमंत्री फडणवीस के समक्ष रखीं। शहरों के विकास के लिए प्रभावी नीति।फडणवीस
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मुख्यमंत्री ने कहा कि “पिछले 60-65 सालों में शहरों के विकास की अनदेखी की गई। अतिक्रमण बढ़ा, झोपड़पट्टियाँ बढ़ीं, पानी की कमी, सीवरेज की समस्याएँ और दुर्गंध फैली। जनसंख्या बढ़ती गई और शहरी जीवन बिगड़ता गया। लेकिन मोदी सरकार आने के बाद शहरों के विकास को गंभीरता से हाथ में लिया गया और स्मार्ट सिटी मिशन के माध्यम से बड़े पैमाने पर काम शुरू हुआ। महाराष्ट्र को शहरों के विकास के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का निधि मिला है।
राज्य के 40 हजार गाँवों में साढ़े छह करोड़ लोग रहते हैं, जबकि 400 शहरों में 6.30 करोड़ लोग रहते हैं। इसलिए शहरों के जीवनस्तर को सुधारने का कार्य तेजी से चल रहा है।”






