
सौंदड़ ग्रापं में करोड़ों का घोटाला
Gondia News: सड़क अर्जुनी तहसील के ग्रापं सौंदड़ में सरपंच व ग्रापं अधिकारी ने करोड़ों रुपए का घोटाला किया है। इस मामले की जांच पंचायत समिति स्तर पर की गई है और वर्तमान सरपंच व ग्रापं अधिकारी को इसमें दोषी पाया गया है। ऐसी जानकारी उपसरपंच रोशन शिवनकर सहित अन्य सदस्यों ने गोंदिया में आयोजित एक चर्चा में दी। इस अवसर पर ग्रापं सदस्य कैलास इरले, योगेश्वरी निर्वाण, समाधान बडोले, गायत्री इरले, पूर्व ग्रापं सदस्य नंदकिशोर डोंगरवार, हेमराज डोंगरवार, देवदास निंबेकर, अर्चना डोंगरवार व रेखा राऊत उपस्थित थे।
उपसरपंच शिवणकर ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में ग्रापं में संचालित विभिन्न योजनाओं के कार्यों में 1,44,40,944 रुपए का घोटाला हुआ है और इसी तरह की एक जांच रिपोर्ट भी प्राप्त हुई है। ग्राम विकास के लिहाज से कई कार्य किए गए, लेकिन उनमें करोड़ों रुपए का घोटाला किया गया। ये कार्य घटिया गुणवत्ता के थे। 15वें वित्त आयोग व सामग्री खरीदी में भी गड़बड़ी की गई है।
उन्होंने जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से इन सभी कार्यों की जांच कराने की मांग की। बार-बार शिकायत मिलने के बाद एक जांच समिति गठित की गई। शिवनकर का कहना है कि समिति द्वारा की गई जांच में गबन की बात सामने आई है। उन्होंने दोषी सरपंच हर्षकुमार मोदी और ग्रापं अधिकारी के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। साथ ही सरपंच को अपात्र व ग्रापं अधिकारी को निलंबित करने की भी मांग की है।
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ग्रापं सौंदड़ के सरपंच हर्षकुमार मोदी ने कहा कि ग्रापं के कार्यों में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। उपसरपंच द्वारा लगाए गए आरोप केवल इसलिए लगाए गए क्योंकि ग्रापं के कार्यों का ठेका नहीं मिला था। पंचायत समिति स्तर पर जांच समिति द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट अभी प्रतीक्षित है। सभी अभिलेख मासिक सभा में लिए जाते हैं। सभा में कोई आरोप लगाए बिना निराधार आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है।






