
TET परीक्षा (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Gadchiroli TET Centers: सर्वोच्य न्यायालय ने सभी शिक्षकों के लिए टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता करने का निर्णय लेने के बाद इस निर्णय के खिलाफ सभी संगठन एकजुट हुए थे। लेकिन इसका कुछ उपयोग न होकर अब महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2025 आगामी 23 नवंबर को ली जाएगी। गड़चिरोली जिले में 7 हजार 38 उम्मीदवारों ने पंजीयन किया है।
16 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दो सत्र में होकर शिक्षा विभाग द्वारा परीक्षा संदर्भ में तैयारी शुरू की गई है। प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक होने के लिए परीक्षा आवश्यक है। उम्मीदवारों के अध्यापन क्षमता का मूल्यमापन किया जाएगा। जिला प्रशासन ने तैयारी पूर्ण की है। जिले में शिक्षकों की ‘परीक्षा’ महाराष्ट्र राज्य परीक्षा परिषद, पुणे द्वारा महाराष्ट्र शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2025 रविवार 23 नवंबर को संपूर्ण राज्य में एक ही दिन ली जाएगी।
जिले में परीक्षा के लिये 7 हजार 38 उम्मीदवारों ने पंजीयन कर जिला प्रशासन ने तैयारी पूर्ण कर ली है। उम्मीदवारों में उत्सुकता और तैयारी का माहौल दिखाई दे रहा है। उम्मीदवारों की अध्यापन क्षमता, शैक्षणिक ज्ञान और बाल विकास समेत शैक्षणिक मानस शाखा का मूल्यमापन करने के लिए परीक्षा ली जाती है। राष्ट्रीय शिक्षा हक कानून 2009 अंतर्गत यह परीक्षा बंधनकारक होकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षक तैयार करना परीक्षा का मुख्य उद्देश्य है।
परीक्षा सत्र : 2
जिले में पंजीयन : 7,038
परीक्षा केंद्र: 16
जिले में 16 परीक्षा केंद्रों पर टीईटी परीक्षा होकर सभी केंद्रों पर परीक्षा परिषद द्वारा सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे है। परीक्षा केंद्रों पर जिलाधीश, सीईओ, शिक्षाधिकारी आदि के पथक भेंट देंगे। 16 केंद्रों पर 16 संचालक, 3 उपकेंद्र संचालक, 16 सहायक परीक्षक, जोनल ऑफिसर, समूवेशक का समावेश रहेगा। इसके साथ ही पुलिस बंदोबस्त भी रखा जाएगा।
यह भी पढ़ें – इंसानियत शर्मसार! गाय पर फेंका गया खौलता हुआ एसिड, बचाने वालों की आंखें हुई नम, आरोपी की तलाश तेज
जिले में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2025 के लिए संपूर्ण तैयारियां शुरू है। सभी उम्मीदवार प्रवेश पत्र समय पर डाउनलोड करें, केंद्र पर समय पर उपस्थित रहे और नियमों का पालन करें, सभी परीक्षा केंद्रों पर आवश्यक सुरक्षा, आसन व्यवस्था और पर्यवेक्षण की तैयारी पूर्ण होकर टीईटी द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्राप्त होने में मदद हो रही है।
– बाबासाहब पवार, शिक्षाधिकारी (प्राथ) जिप गड़चिरोली






