पुलिस के साथ गिरफ्तार आरोपी (फोटो नवभारत)
Chandrapur Mohadi Nleshwar Murder Case: चंद्रपुर जिले के सिंदेवाही तालुका के मोहाडी नलेश्वर में 18 सितंबर को हुई राजू आनंदराव सिडाम (39) की नृशंस हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। सिंदेवाही पुलिस ने शनिवार 4 अक्टूबर को इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस हत्याकांड के खुलासे ने लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है।
पुलिस के अनुसार, यह हत्या किसी लूट या अचानक झगड़े का नतीजा नहीं थी, बल्कि शराब, अनैतिक संबंधों और पुरानी रंजिश से उपजे अपमान और प्रतिशोध की आग में सुलगी एक सोची-समझी साजिश थी।
घटना की क्रूरता सुनकर लोग दहल उठे हैं। पुलिस जांच में पता चला कि राजू सिडाम को शराब के नशे में उनके ही दोस्त महेंद्र भोजराज पारधी (26) और मयूर रामदास वाघमारे (24) ने मौत के घाट उतार दिया। हत्या की रात, राजू ने महेंद्र को उसके एक रिश्तेदार के साथ अनैतिक संबंधों को लेकर बेहद गंदी और अपमानजनक गालियां दीं।
गालियां सुनते ही महेंद्र का खून खौल उठा। गुस्से की पहली लहर में उसने चाकू से राजू के गले पर वार किया। राजू की छटपटाहट देख क्रूरता की हद पार हो गई। आरोपियों ने उसे किचन से बेडरूम तक घसीटा और फिर उसके पेट पर जब तक वह शांत नही होता तब तक कई बार चाकू से वार किए।
बताया जा रहा है कि अनैतिक संबंधों के अलावा इस क्रूरता भरे हत्याकांड के पीछे कुछ दिन पहले गणेश मंडल के चंदे को लेकर राजू द्वारा किया गया अपमान भी एक बड़ी वजह थी।
हत्या के बाद, आरोपियों ने खून के धब्बों को मिटाने के लिए राजू की ही शर्ट का इस्तेमाल किया। रात का अंधेरा और बिगडे हुए मौसम का फायदा उठाकर दोनों हत्यारे फरार हो गए थे।
सिंदेवाही पुलिस ने खबरी नेटवर्क को सक्रिय किया और जल्द ही दोनों आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस के सामने महेंद्र पारधी ने न केवल अपना गुनाह कबूल किया, बल्कि हत्या की पूरी सनसनीखेज कहानी भी बता दी।
इस जघन्य हत्याकांड की आगे की जांच जिला पुलिस अधीक्षक मुमक्का सुदर्शन, उप-विभागीय पुलिस अधिकारी राकेश जाधव, और सिंदेवाही के पुलिस निरीक्षक कांचन पांडे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक सतीश मेश्राम द्वारा की जा रही है।
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एक मामूली बहस और पुरानी रंजिश ने किस तरह एक खूनी वारदात को अंजाम दिया, यह जान कर मोहाडी गांव के लोग दहशत में है। सिंदेवाही तहसील इस समय अभूतपूर्व चुनौतियों और तनाव के दौर से गुजर रहा था।
एक ओर गणेशोत्सव का भारी बंदोबस्त, दूसरी ओर गडबोरी गांव में तेंदुए के हमले में एक बच्चे (प्रशिल नामक) की मौत से उपजा भयानक तनाव और विरोध। पूरे क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था।
ठीक इसी दबाव और बंदोबस्त के बीच मोहाडी में 18 सितंबर को राजू आनंदराव सिडाम (39) की क्रूर तरीके से हत्या हो गई। माहौल इतना तनावपूर्ण था कि ऐसा लगा मानो यह हत्याकांड अनसुलझा रह जाएगा। लेकिन, सिंदेवाही पुलिस ने इस दोहरी चुनौती को स्वीकार किया और अविश्वसनीय गति से इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा दी।