
कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
Independent Candidates Election Symbol Controversy:: अमरावती जिले में अंजनगांव सुर्जी नगर परिषद में अध्यक्ष तथा 14 प्रभागों के सदस्यों के चुनाव सहित दर्यापुर व वरुड नगर परिषद में 1, धारणी नगर पंचायत व अचलपुर नगर परिषद में 2 प्रभागों में चुनाव 20 दिसंबर को होने हैं। यहां के उम्मीदवारों को 11 दिसंबर को चुनाव चिह्नों के वितरण के बाद प्रचार का दौर दोबारा शुरू हो गया, लेकिन इन सब के बीच एक ही चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों को दो-दो बार चुनाव चिह्न मिलने से उनके सामने खर्च की सीमा व ब्यौरा देने में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं।
उल्लेखनीय है कि अंजनगांव सुर्जी में नगराध्यक्ष पद सहित कुल 14 प्रभागों हेतु चुनाव होने हैं। वहीं वरुड, धारणी, दर्यापुर, अचलपुर के कुछ प्रभागों में रुके हुए चुनाव 20 दिसंबर को होने वाले हैं। चुनाव चिह्न वितरण के बाद राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवारों के पास तो चुनाव प्रचार सामग्री पहले से ही तैयार थी और उनके प्रचार भी हो चुके थे। मगर न्यायालय के आदेश के बाद चुनाव विभाग ने फिर से चिह्न वितरण किया जिसके कारण निर्दलीय उम्मीदवारों के सामने दोबारा झंडे, बैनर व प्रचार सामग्री तैयार करने में खर्च का पहाड़ टूटने जैसा साबित हो रहा है। उनके तयशुदा बजट में भी गड़बड़ी हो रही है।
उल्लेखनीय है कि जिले में इन नगर परिषद व पंचायत में से अकेले अंजनगांव सुर्जी नगर परिषद के 14 प्रभागों में कुल 23 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। वहीं अन्य चुनावी क्षेत्रों में शामिल अचलपुर में 7 व दर्यापुर में 1 सहित कुल 31 निर्दलीय उम्मीदवार हैं। इन चुनाव क्षेत्रों के अलावा वरुड व धारणी के चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियों के बीच कड़ी तथा मैत्रीपूर्ण टक्कर बताई जा रही है।
चुनाव विभाग द्वारा बांटे गए चुनाव चिह्नों में राष्ट्रीय पार्टियों में भाजपा का कमल, कांग्रेस का पंजा, शरद पवार गट की तुतारी बजाता व्यक्ति, अजित पवार वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की घड़ी, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली धनुष्य-बाण, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना की मशाल के अलावा एमआईएम की पतंग, वंचित आघाड़ी का सिलेंडर सहित निर्दलीय प्रत्याशियों को पसंदीदा चुनाव चिह्न निशान को लेकर उम्मीदवार प्रचार में जुटे हुए हैं।
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इन प्रत्याशियों द्वारा 11 दिसंबर से ही प्रचार का दोबारा बिगुल फूंका जा चुका है। जिसके चलते चार दिनों बाद 19 दिसंबर को प्रचार थम जाएगा। 20 को मतदान होने के बाद दूसरे दिन 21 दिसंबर को सभी नगर पंचायत व नगर परिषद चुनाव की मतगणना होगी, जिसके बाद कौन सदन तक पहुंचता है, इस पर चल रही चर्चा पर विराम लगेगा।






