
रबी फसलों के लिए अनुकूल मौसम (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Akola News: इस वर्ष रबी सीजन की फसलों की बुआई के लिए जिले में मौसम पूरी तरह अनुकूल बना हुआ है। किसान इन दिनों बदरीले मौसम के छंटने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि खेतों में बुआई शुरू की जा सके। जिले के सभी क्षेत्रों में इस वर्ष अच्छी बारिश होने से खेतों में गहराई तक नमी बनी हुई है, जो रबी फसलों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित होगी।
किसान इन दिनों खेतों की जुताई, समतलीकरण और बीज उपचार जैसी तैयारियों में व्यस्त हैं। पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही हल्की बारिश के कारण बुआई कार्य में थोड़ी बाधा आई है। जिन किसानों ने पहले से खेत तैयार कर रखे थे, वहां बेमौसम बारिश के कारण घास-फूस उग आई है। ऐसे में किसान अब आसमान साफ होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि बुआई का कार्य शुरू किया जा सके।
इस वर्ष जिले में रबी फसलों की बुआई 1 लाख 74 हजार 450 हेक्टेयर क्षेत्र में की जाने की योजना है। इसमें सर्वाधिक 1 लाख 25 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में चने की फसल बोई जाएगी। इसके अलावा 30 हजार हेक्टेयर में गेहूं, 4 हजार हेक्टेयर में ज्वार, 100 हेक्टेयर में करडी, 350 हेक्टेयर में मक्का, और लगभग 15 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज एवं अन्य सब्जियां बोई जाएंगी।
इस वर्ष पर्याप्त वर्षा होने से जिले के सभी जलप्रकल्प शत-प्रतिशत क्षमता तक भर चुके हैं। इससे किसानों को रबी फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। कृषि विभाग ने जिलेभर के किसानों को आधुनिक तकनीकों के उपयोग से उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया है।
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रबी सीजन की तैयारी के लिए जिले में 61,189 क्विंटल बीज की मांग कृषि आयुक्तालय को भेजी गई है। वहीं 93 हजार 700 मेट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग की गई है। 30 सितंबर तक जिले में 18 हजार 732 मेट्रिक टन खाद उपलब्ध है।
रबी फसलों की बुआई मुख्य रूप से अकोला, अकोट, बालापुर, बार्शीटाकली, तेल्हारा, पातुर और मुर्तिजापुर तहसीलों में की जाएगी। इन क्षेत्रों में चना, गेहूं, ज्वार, मक्का, सूरजमुखी, प्याज और अन्य सब्जियों की खेती का प्रमुखता से समावेश रहेगा।






