रेवंत रेड्डी (फोटो-सोशल मीडिया)
Revanth Reddy News: तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व राज्यपाल तथा तेलंगाना के ओबीसी नेता बंडारू दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा यदि भाजपा दत्तात्रेय को उम्मीदवार घोषित करती है तो कांग्रेस पार्टी उन्हें समर्थन करेगी। रेड्डी ने कहा कि यह पद तेलंगाना को दिया जाना चाहिए। तेलगु देश में बोली जाने वाली दूसरी सबसे बड़ी भाषा है। उन्होंने कहा कि तेलुगु भाषियों के साथ न्याय होना चाहिए।
इस बीच उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को रेवंत रेड्डी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि अगला उपराष्ट्रपति तेलंगाना से होना चाहिए। तेलंगाना इसका हकदार है। आप तेलंगाना के लोगों के साथ इतना अन्याय नहीं कर सकते। हिंदी के बाद तेलुगू भारत में दूसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है। उसके बाद बांग्ला आती है। हमारे लोगों के साथ अन्याय हुआ है।
तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी ने की यह डिमांड सबसे पहले आई है। हालांकि भाजपा में उपराष्ट्रपति की खोज पहले ही शुरु हो चुकी है, लेकिन अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है। वहीं विपक्ष में उपराष्ट्रपति के चुनाव में उम्मीदवार उतारने को लेकर कोई अपडेट नहीं दिया है। खासबात ये है कि कांग्रेस आलाकमान ने नए उपराष्ट्रपति को लेकर कोई बयान नहीं दिया। शीर्ष नेतृत्व से पहले रेवंत रेड्डी का यह बयान काफी चौकाने वाला है।
कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से कहा कि मैंने मांग की है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार बंडारू दत्तात्रेय को भारत का अगला उपराष्ट्रपति नियुक्त करे। यदि दत्तात्रेय को उपराष्ट्रपति बना दिया जाता है, तो आपके कुछ पाप क्षमा कर दिये जाएंगे। दत्तात्रेय 2019-2021 के दौरान हरियाणा के राज्यपाल थे। जुलाई 2021 में उन्हें हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनाया गया और इस साल 21 जुलाई को उन्होंने यह पद छोड़ दिया।
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रेड्डी ने कहा कि उन्होंने दत्तात्रेय का नाम इसलिए प्रस्तावित किया क्योंकि इन दिनों ओबीसी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ओबीसी समुदाय से आने वाले दत्तात्रेय को राज्यपाल पद से हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि बंडी संजय को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया है। उन्होंने दोनों नेताओं को तेलुगू ओबीसी का मुख्य चेहरा बताया। रेड्डी ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उन्होंने एक तेलुगू भाषी व्यक्ति को दिल्ली से वापस घर भेज दिया (पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का जिक्र करते हुए)। इसके बाद उन्होंने बंडारू दत्तात्रेय को राज्यपाल पद से हटा दिया और फिर बंडी संजय को तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष पद से हटा दिया।”-एजेंसी इनपुट के साथ