महाकुंभ हादसा-सुप्रीम कोर्ट
नई दिल्ली : एक बड़ी खबर के अनुसार, प्रयागराज महाकुंभ में मची भयानक भगदड़ को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। वहीं इस दायर याचिका में भगदड़ को लेकर रिपोर्ट तलब करने की मांग की गई है। जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है। इसके अलावा बड़े आयोजनों को लेकर गाइडलाइंस जारी करने की भी मांग की गई है। महाकुंभ में मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गईहै जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हैं।
इधर महाकुंभ हादसे के बाद योगी सरकार अब अलर्ट मोड पर है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव और डीजीपी आज प्रयागराज जाएंगे। वहीं CM योगी ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले में स्नान के लिए मंगलवार देर रात मची भगदड़ के कारणों की जांच के लिए न्यायिक जांच का आदेश दिया है। वहीं जांच आयोग की अध्यक्षता पूर्व न्यायमूर्ति हर्ष कुमार करेंगे और इसमें पूर्व पुलिस महानिदेशक वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) डीके सिंह भी शामिल होंगे।
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इतना ही नही इस न्यायिक जांच के साथ-साथ पूरे मामले की अलग से पुलिस जांच भी होगी। वहीं महाकुंभ में हादसे की वजह से सीएम योगी आदित्यनाथ का आज का दिल्ली दौरा भी रद्द हो गया है। उन्हें चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली आना था लेकिन अब वह नहीं आ रहे हैं।
जानकारी दें कि बीते मंगलवार देर रात 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर प्रयागराज महाकुंभ के संगम क्षेत्र में पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के पहुंचने से मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए। राज्य सरकार इस घटना में हुई मौतों को लेकर शाम तक चुप्पी साधे रही थी।
वहीं इस भगदड़ के कारण संगम में अखाड़ों का स्नान बीते बुधवार सुबह के बजाय दोपहर करीब ढाई बजे शुरू हुआ। विभिन्न अखाड़ों के साधुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगायी। कुंभ मेले की परंपरा के अनुसार, तीन संप्रदायों ‘संन्यासी, बैरागी और उदासीन’ से संबंधित अखाड़े संगम घाट पर एक भव्य, विस्मयकारी जुलूस के बाद एक निर्धारित क्रम में पवित्र डुबकी लगाते हैं।
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जानकारी दें कि, महाकुंभ मेले में भगदड़ जैसी घटना के बाद भी बीते बुधवार पूरे दिन श्रद्धालुओं का हुजूम गंगा और संगम तट पर आता रहा। मेला प्रशासन के मुताबिक, मौनी अमावस्या के अवसर पर बीते बुधवार शाम आठ बजे तक 7।64 करोड़ लोगों ने डुबकी लगाई।
वहीं मेला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर शाम आठ बजे तक 10 लाख से अधिक कल्पवासियों समेत कुल 7.64 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा और संगम में स्नान किया। इस दौरान, हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की गई। इतना ही नही मेला प्रशासन के मुताबिक, 13 जनवरी को शुरू हुए महाकुंभ मेले में अभी तक 19.94 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)