विधानसभा सत्र के दौरान निलंबित किए गए 18 भाजपा विधायकों के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष की मीटिंग (फोटो- @ANI)
बेंगलूरु: कर्नाटक की राजनीति में हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। दो महीने पहले विधानसभा सत्र के दौरान निलंबित किए गए 18 भाजपा विधायकों के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। इसी संदर्भ में मुख्यमंत्री, स्पीकर और विपक्ष के नेता की मौजूदगी में एक अहम बैठक बेंगलुरु में हुई, जिसमें निलंबन रद्द करने पर गंभीर मंथन हुआ। इस बैठक को लेकर सबसे बड़ी बात यह रही कि इसमें शामिल सभी नेताओं ने सदन को शांतिपूर्वक चलाने की जरूरत पर सहमति जताई और समाधान की उम्मीदें फिर से जग गईं।
बैठक के बाद विपक्ष की ओर से यह संकेत दिया गया कि निलंबित विधायकों की वापसी की राह अब खुल सकती है। विपक्ष के नेता ने बैठक में मुख्यमंत्री और स्पीकर से निवेदन किया कि सदन की कार्यवाही सकारात्मक माहौल में चल सके, इसके लिए निलंबन हटाना जरूरी है। बैठक में मौजूद अन्य नेताओं ने भी इस मांग का समर्थन किया और सहमति जताई कि सदन को सौहार्दपूर्ण तरीके से संचालित किया जाना चाहिए।
#WATCH | Bengaluru, Karnataka | BJP leader and Assembly LoP R Ashoka says, “We held a meeting regarding the suspension of 18 BJP MLAs, who were suspended 2 months ago. I requested the Speaker, CM, to revoke the suspension. We have to run the House positively. All the members… https://t.co/zoXYHPUHSk pic.twitter.com/Kyx4Q23uzS
— ANI (@ANI) May 25, 2025
सदन में सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश
विपक्ष की ओर से साफ किया गया कि उनके लिए मुद्दा सिर्फ निलंबन का नहीं बल्कि लोकतांत्रिक मर्यादा और संवाद को बनाए रखने का है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार की ओर से पहल की जाती है तो विपक्ष सहयोग करने को तैयार है।
निलंबन रद्द होने की बढ़ी संभावना
बैठक में मौजूद नेताओं के बीच जिस तरह का तालमेल और सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिली, उससे यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही निलंबन को रद्द करने का फैसला हो सकता है। इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय स्पीकर की ओर से लिया जाएगा, लेकिन माहौल अब सहयोगात्मक नजर आ रहा है।