मुंबई: गुजरे जमाने की मशहूर एक्ट्रेस नूतन ने चार दशक तक बॉलीवुड पर राज किया। 4 जून 1936 को जन्मी नूतन का निधन 21 फरवरी 1991 को हुआ। एक्ट्रेस की जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी बेहद जिंदादिली से जी। नूतन अपनी फिल्मों के अलावा अपने खुशमिजाज व्यवहार के लिए भी जानी जाती थीं। अपने करियर में कई पुरस्कार हासिल करने वाली नूतन का महज 54 साल की उम्र में कैंसर के कारण निधन हो गया।
कम उम्र में बनाई पहचान
नूतन के 40 साल के शानदार फिल्मी करियर में 70 से ज्यादा फिल्में शामिल हैं। 14 साल की उम्र में फिल्म ‘हमारी बेटी’ से एक्टिंग की शुरुआत करने वाली नूतन ने अपना करियर अपनी शर्तों पर बनाया। महज 17 साल की उम्र में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने वाली यह अभिनेत्री एक फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखती थी। उनकी मां बॉलीवुड अभिनेत्री शोभना समर्थ थीं और उनके पिता फिल्म निर्देशक कुमारसेन समर्थ थे।
नूतन की एक्टिंग को मिली सराहना
फिल्म ‘बंदिनी’ में अपने अभिनय के लिए अभिनेत्री को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। इसके अतिरिक्त, उन्हें बंगाली फिल्म जर्नलिस्ट एसोसिएशन और फोर्ब्स इंडिया से 25 Greatest Acting Performances of Indian Cinema’ का पुरस्कार भी मिला। फिल्म ‘बंदिनी’ में नूतन के साथ धर्मेंद्र नजर आए थे। 1957 में प्रदर्शित फिल्म सीमा के लिए नूतन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। इसके बाद नूतन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्हें ‘पेइंग गेस्ट,’ ‘अनाड़ी’, ‘सुजाता’, ‘छलिया’, ‘सरस्वती चंद्र’, ‘तेरे मेरे सपने’, ‘देवी’, ‘मैं तुलसी तेरे आंगन की’ और कई अन्य फिल्मों के लिए सराहा गया।
शादी के बाद पति ने देखी फिल्में
शादी से पहले कुछ समय तक डेट करने के बाद नूतन ने नेवी ऑफिसर लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीश बहल से शादी की। उनके पति ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने सिर्फ दो हिंदी फिल्में देखी हैं, जिनमें से एक थी मदर इंडिया और दूसरी उन्हें उनके पिता ने दिखाई थी। काफी समय तक उन्हें नहीं पता था कि नूतन एक एक्ट्रेस हैं। शादी के बाद उन्होंने नूतन की कई फिल्में देखें और उन्हें पता चला कि नूतन कितनी अच्छी एक्टिंग करती हैं। नूतन को शादी के बाद भी फिल्मों में काम करने की इजाजत थी, जबकि रजनीश बहल के माता-पिता पुराने ख्यालों के थे। लेकिन नूतन उनकी पसंदीदा बहू थीं।
संजीव कुमार को जड़ा थप्पड़
विवादों से बचने की कोशिश के बावजूद नूतन का विवादों से नाता बना रहा। एक बार नूतन के साथ अफेयर की अफवाहों के चलते एक्ट्रेस ने संजीव कुमार को थप्पड़ मार दिया था। जब यह विवाद तूल पकड़ने लगा तो नूतन ने कहा था कि, ‘संजीव ने बहुत लापरवाही से बयान दिया था कि हमारा अफेयर चल रहा है। इस वजह से मुझे गुस्सा आ गया। मेरा नाम किसी भी स्कैंडल या किसी भी लिंक अप में नहीं जुड़ा था। मुझे उन्हें ये समझाना था कि ये सही नहीं है।’ इस थप्पड़ के बाद भी नूतन और संजीव कुमार का लव सीन फिल्माया गया था।
मां के खिलाफ किया कोर्ट केस
नूतन ने एक बार अपनी मां के खिलाफ कोर्ट में केस भी दायर किया था। नूतन ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘पैसे की वजह से मेरे और मेरी मां के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि उन्हें कोर्ट केस करना पड़ा। हां, मैं समझ सकती हूं कि आप सोच रहे होंगे कि एक बेटी अपनी मां के खिलाफ केस कैसे दर्ज करा सकती है? मेरे लिए ये फैसला लेना बहुत मुश्किल था, फिर भी मुझे अपने करीबियों के भविष्य के बारे में सोचना था।’
निधन के बाद रिलीज हुई फिल्में
नूतन की आखिरी रिलीज फिल्म ‘कानून अपना अपना’ थी, यह फिल्म 1989 में रिलीज हुई थी। 1991 में नूतन का निधन हो गया और उनके निधन के बाद भी उनकी दो ‘नसीबवाला’ और ‘इंसानियत’ फिल्में रिलीज हुईं।