मंदिर में प्रवेश ना मिलने की खबर को इलैयाराजा ने बताया झूठी अफवाह
मुंबई: इलैयाराजा को श्रीविलिपुथुर अंडाल मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं मिला। इस खबर को खुद इलैयाराजा ने झूठी अफवाह बताया है। स्थानीय मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक बताया गया कि इलैयाराजा का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वह श्रीविलिपुथुर अंडाल मंदिर गए थे और वहां पर उन्हें गर्भगृह में प्रवेश करने से रोका गया। उन्हें जाति के आधार पर प्रवेश करने नहीं दिया गया। हालांकि अब इस मामले में खुद संगीतकार इलैयाराजा ने बताया है कि यह खबर पूरी तरह से झूठी है।
इलैयाराजा ने तमिल में ट्वीट किया है, जिसका मतलब यह है, कुछ लोग मेरे इर्द-गिर्द झूठी अफवाहें फैला रहे हैं। मैं किसी स्थान पर अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं करने वाला व्यक्ति हूं और मैं समझौता कभी नहीं करूंगा। वह ऐसी खबरें फैला रहे हैं जो असल में हुई ही नहीं है। फैंस और जनता को इन अफवाहों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
Sanatan prevented Maestro Illaiyaraja from entering the Sanctum. Some claim that anyone can belong to the Brahmin Varna by proving their intelligence. But in reality, this is not the case. Stop these birth-based inhumane practices. pic.twitter.com/GjO9zkvB64
— முனைவர். கணேசு ガネス (@DrGanesh_Japan) December 16, 2024
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என்னை மையமாக வைத்து சிலர் பொய்யான வதந்திகளைப் பரப்பி வருகிறார்கள். நான் எந்த நேரத்திலும், எந்த இடத்திலும் என்னுடைய சுய மரியாதையை விட்டுக் கொடுப்பவன் அல்ல, விட்டுக்கொடுக்கவும் இல்லை. நடக்காத செய்தியை நடந்ததாகப் பரப்புகின்றார்கள். இந்த வதந்திகளை ரசிகர்களும், மக்களும் நம்ப வேண்டாம்.
— Ilaiyaraaja (@ilaiyaraaja) December 16, 2024
क्या चल रही थी खबर
इलैयाराजा को मंदिर के गर्भगृह के सामने कथित तौर पर रोका गया। कुछ शब्दों के आदान-प्रदान के बाद, इलैयाराजा, जो अर्थ मंडप की सीढ़ी पार कर चुके थे, वापस आए और दर्शन के लिए दरवाजे के बाहर खड़े हो गए। बता दें कि, अंडाल मंदिर के गर्भगृह में मूलवर की मूर्ति है. वहीं, अर्थ मंडपम में उत्सववर की मूर्तियां हैं. यहां भक्तों को इसके बगल के हॉल से दर्शन की अनुमति है। खबर के मुताबिक, जैसे ही जीयर्स ने अर्थ मंडपम में प्रवेश किया, उनके साथ आए इलैयाराजा को गर्भगृह में प्रवेश से वंचित कर दिया गया। इस पर उनके प्रशंसकों ने आशंका व्यक्त की कि इलैयाराजा, जिन्हें उनके प्रशंसक महान उस्ताद के रूप में सराहते हैं, के साथ अंडाल मंदिर में भेदभाव किया गया।
इलैयाराजा के बयान के साथ ही मंदिर प्रशासन का भी बयान सामने आया है। इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मंदिर से जुड़े एक सीनियर अथॉरिटी ने बताया कि अंडाल सन्निधि में भक्त अमूमन वसंत मंजपम से ही प्रार्थना करते हैं। जो गर्भगृह के ओर जाने वाला रास्ता है और अर्थमंडपम के बाहर मौजूद है जब इलैयाराजा सीनियर पुजारी के साथ अर्थमंडपम में प्रवेश द्वार पर पहुंचे तो पुजारी ने उन्हें बताया कि यहां के आगे एंट्री बैन है और इसलिए उन्होंने वहीं से पूजा की। ऐसे में जो खबर स्थानीय मीडिया में चल रही है वह पूरी तरह से सच नहीं है।