सीआईएसएफ (सौ. सोशल मीडिया )
CISF Recruitment 2025: भारत में इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए सीआईएसएफ में 70,000 जवानों की रिक्रूटमेंट की जाने वाली हैं। सरकारी नौकरी की ढूंढ़ने वाले युवाओं के लिए ये एक बहुत बड़ी खुशखबरी है।
बताया जा रहा है कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ की ओर से 70,000 जवानों को नियुक्त किया जाने वाला है। इन 70,000 जवानों की पोस्ट पर आने वालों को 5 साल के अंदर भरा जाने वाला है।
आपको बता दें कि गृह मंत्रालय ने सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स में काम करने वाले जवानों की मौजूदा संख्या को बढ़ाने का फैसला लिया है। पहले ये संख्या 1.62 लाख थी, जिसे बढ़ाकर 2.20 लाख करने की मंजूरी दी जा चुकी है। सीआईएसएफ की हर साल एवरेज 14,000 रिक्रूटमेंट करने की प्लानिंग है। जिसके कारण 5 साल में 70,000 पोस्ट पर रिक्रूटमेंट हो सकती हैं।
छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में नक्सलवाद में कमी आने से नए इंडस्ट्रियल सेंटर उभरने की उम्मीद की जा रही है। छत्तीसगढ़ में नक्सली गतिविधियों को खत्म करने के लिए सिक्योरिटी फोर्सेस के लिए मार्च 2026 टाइम लिमिट तय की गई है। पिछले 10 सालों में वामपंथी उग्रवादी का जियोग्राफिकल विस्तार में कमी देखने के लिए मिली है। इनके लिए सीआईएसएफ की मजबूत उपस्थिति जरूरी है।
सीआईएसएफ ने साल 2024 में सीआईएसएफ ने 13,230 एम्पॉलयी रिक्रूट किए गए हैं। साल 2025 के लिए 24,089 पोस्ट पर सिलेक्शन चल रहा है। सीआईएसएफ 5 सालों तक हर साल 14,000 रिक्रूटमेंट करने की प्लानिंग बना रही है। इससे महिलाओं का भी योगदान बढ़ेगा। सीआईएसएफ एक एडिशनल बटालियन भी तैयार करेगी। ये नए पोस्ट एयरपोर्ट, पोर्ट्स, थर्मल पावर प्लांट, न्यूक्लियर इंस्टॉलेशन, हाइड्रोपावर प्लांट और जम्मू कश्मीर की जेलों जैसे अहम सेक्टर्स में सीआईएसएफ की तैनाती में मददगार साबित होंगे।
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सीआईएसएफ का अर्थ सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स है। ये भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत एक सशस्त्र केंद्रीय पुलिस बल है। इसका मुख्य काम देश के इंडस्ट्रियल इंस्टीट्यूट और अहम जगहों को सिक्योर करना है, जैसे कि एयरपोर्ट, पोर्ट्स, न्यूक्लियर एनर्जी प्लांट और दिल्ली मेट्रो। एक अर्धसैनिक बल हैं, जिसका मुख्य कार्य सरकारी कारखानो एवं अन्य सरकारी उपक्रमों को सुरक्षा प्रदान करना है। इस बल का गठन 1969 में हुआ था।