
नितिन नबीन सिन्हा, फोटो- सोशल मीडिया
Bihar Assembly Election 2025: बिहार की राजनीति में युवा नेतृत्व, कुशल संगठनात्मक क्षमता और विकास की स्पष्ट सोच रखने वाले नेताओं में नितिन नबीन सिन्हा एक प्रमुख नाम हैं। कायस्थ समुदाय से आने वाले नितिन नबीन, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय नवीन किशोर प्रसाद सिन्हा के पुत्र हैं, और उन्होंने अपनी राजनीतिक विरासत को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाया है।
नितिन नबीन सिन्हा का जन्म 1 सितंबर 1980 को पटना, बिहार में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नई दिल्ली के सी.एस.के.एम. पब्लिक स्कूल से वर्ष 1998 में पूरी की। पिता के निधन के बाद, उन्होंने 2006 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उन्होंने पटना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनने का गौरव प्राप्त किया। बाद में हुए परिसीमन के बाद यह क्षेत्र बांकीपुर के नाम से जाना गया।
नितिन नबीन ने बांकीपुर सीट पर अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। वे 2010 से लगातार चार बार इस क्षेत्र से विधायक चुने गए हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव में उनकी जीत विशेष रूप से उल्लेखनीय रही थी। इस चुनाव में उन्होंने लगभग 84,000 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में उन्होंने दो हाई-प्रोफाइल प्रत्याशियों शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा और पुष्पम प्रिया चौधरी को पराजित किया था।
नितिन नबीन का राजनीतिक सफर केवल बिहार तक सीमित नहीं रहा है। उन्होंने भाजपा के युवा संगठन भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में भी कार्य किया है, जहां उनकी भूमिका हमेशा निर्णायक रही। संगठन ने उनकी क्षमता को पहचानते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा का प्रदेश प्रभारी बनाया गया था। छत्तीसगढ़ में भाजपा की जीत का एक प्रमुख कारण उनकी रणनीति और मेहनत को माना जाता है। इसके सफल परिणाम के बाद, उन्हें लोकसभा चुनावों में भी छत्तीसगढ़ का प्रभार सौंपा गया था।
बिहार सरकार में मंत्री के रूप में, नितिन नबीन ने कई महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया है। उन्होंने कानून एवं न्याय मंत्रालय और शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय जैसे विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। वर्तमान में, वे बिहार के पथ निर्माण मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और राज्य में सड़क विकास की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। लोगों की मानें तो उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता, जनसंपर्क और विकास की स्पष्ट झलक मिलती है।
नितिन नबीन अपने पिता की तरह मृदुभाषी और जनसंपर्क में कुशल नेता माने जाते हैं। वे जनता के बीच सहजता से संवाद करते हैं और युवाओं के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। उनकी राजनीतिक सोच में संगठनात्मक मजबूती और जनहित की प्राथमिकता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है। उन्होंने राजनीतिक साहस का परिचय देते हुए 2 मार्च 2017 को बिहार कांग्रेस नेता अब्दुल जलील मस्तान के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कराया था। यह कार्रवाई तब हुई जब मस्तान ने एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर को जूतों से मारने की अपील की थी। नितिन नबीन ने इस बयान को राष्ट्रविरोधी बताते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की थी।
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उनकी लोकप्रियता और संगठन में विश्वास का प्रमाण यह है कि भाजपा ने उन्हें 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों के लिए बांकीपुर से पुनः प्रत्याशी घोषित किया है। नितिन नबीन का जीवन यह दर्शाता है कि राजनीतिक विरासत, संगठन कौशल और जनसेवा के समन्वय से एक नेता जनता के दिलों में जगह बना सकता है।






