
फडणवीस ने छेड़ा चुनावी राग (सौ. डिजाइन फोटो)
नवभारत डिजिटल डेस्क: पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘निशानेबाज, चुनाव प्रचार में सूझबूझ, कल्पनाशक्ति या इमेजिनेशन बहुत काम आती है। भाजपा के भेजे में ऐसी-ऐसी आइडिया आती है कि जनता भी सुनकर बाग-बाग हो जाए। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बिहार में एनडीए की चुनावी सभा में कहा कि लालटेन में नहीं बचा तेल, बिहार को चलाना नहीं बच्चों का खेल!’ हमने कहा, ‘उन्होंने यह भी छेड़ा कर्णप्रिय चुनावी राग कि बुझी लालटेन, अब चमकेगा चिराग।’
हमने कहा, ‘बिजली की रोशनी के जमाने में बल्ब, ट्यूबलाइट, हैलोजन लैम्प की बातें होनी चाहिए लालटेन और चिराग तो गुजरे जमाने की चीजें हो गई हैं।’ पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, तेजस्वी यादव की पार्टी राजद का चुनाव चिन्ह लालटेन है जो लालू की विरासत है। दूसरी ओर स्व। रामविलास पासवान के बेटे का नाम चिराग है जिनकी पार्टी लोजपा है। फडणवीस ने कहा कि चमकता हुआ चिराग ही बिहार की जनता को आगे की राह दिखा सकता है। आपको याद होगा कि रामविलास की दूसरी पत्नी के बेटे चिराग ने पहले रील लाइफ में टिमटिमाने की कोशिश की और कंगना रनौत के साथ एक फिल्म में काम किया। फिल्म चली नहीं तो पॉलिटिक्स में आ गए। उनकी पार्टी एनडीए में शामिल है।
अपने चाचा पशुपति पासवान को पीछे छोड़कर चिराग ने पार्टी की बागडोर संभाल ली।’ हमने कहा, ‘एनडीए का निशाना परिवारवादी राजनीति पर है। लालू-राबड़ी की 9 संतानों में 7 बेटियां और 2 बेटे तेजप्रताप और तेजस्वी हैं। तेजस्वी के तेज से एनडीए को मुकाबला करना होगा। बिहार के चुनाव में यूपी के समान धर्म का मुद्दा नहीं चलता। वहां की राजनीति जातिवाद के जोर पर चलती है। राजद को यादव-मुस्लिम वोटों पर भरोसा है।’ पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, चुनाव प्रचार पूरे शबाब पर है। प्रधानमंत्री मोदी ने तो कल्पना की उड़ान भरते हुए यह भी कह दिया कि राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा तानकर सीएम पद छीना! मोदी ने दावा किया कि इन दोनों पार्टियों में भयंकर झगड़ा है। चुनाव के बाद ये एक-दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे।’
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हमने कहा, ‘अपने बेटे जय शाह को धनकुबेर संगठन बीसीसीआई का अध्यक्ष बनानेवाले अमित शाह ने लालू और सोनिया पर पुत्रमोह से ग्रस्त होने का आरोप लगाया। उधर राहुल गांधी ने अपनी सभा में मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि 56 इंच की छातीवाला डरपोक है। महात्मा गांधी की छाती बड़ी नहीं थी लेकिन वो किसी से डरते नहीं थे। इंदिरा भी किसी से डरती नहीं थीं जबकि ट्रंप ने मोदी को झुका दिया।’ पड़ोसी ने कहा, ‘निशानेबाज, अब टीवी या फिल्म देखने की जरूरत नहीं। नेता अपनी बातों से भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं।’
लेख-चंद्रमोहन द्विवेदी के द्वारा






