समुद्र ने सुनीता का किया स्वागत, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथियों की सुरक्षित वापसी के लिए समुद्र मानो बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा था। ड्रैगन कैप्सूल की समुद्र में उतरने से पहले उसके चारों पैराशूट खुल गए, जिससे उसकी गति नियंत्रित रही। इसके बाद कैप्सूल ने समुद्र की सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की, जहां लहरों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
जैसे ही कैप्सूल ने पानी छुआ, रेस्क्यू टीमें तुरंत सक्रिय हो गईं और उसे सुरक्षित निकालने के लिए आगे बढ़ीं। धीरे-धीरे, बोट की मदद से कैप्सूल को उठाकर जहाज तक पहुंचाया गया, जिससे यह ऐतिहासिक मिशन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
Splashdown confirmed! #Crew9 is now back on Earth in their @SpaceX Dragon spacecraft. pic.twitter.com/G5tVyqFbAu — NASA (@NASA) March 18, 2025
अंतरिक्ष यान की सफल लैंडिंग के बाद, कैप्सूल को जहाज पर लिफ्ट किया गया और उसका गेट खोला गया। कैमरे ने जब अंदर झांका, तो सुनीता विलियम्स सहित सभी चार अंतरिक्ष यात्री मुस्कुराते हुए नजर आए और हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इसके बाद, एक-एक करके सभी को स्ट्रेचर के माध्यम से बाहर निकाला गया और फिर व्हीलचेयर पर बैठाकर मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। सबसे पहले अलेक्जेंडर गोर्बुनोव और निक हेग को निकाला गया, फिर बुच विल्मोर को और अंत में सुनीता विलियम्स को कैप्सूल से बाहर लाया गया।
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#WATCH | NASA's SpaceX Crew-9 – astronauts Nick Hague, Butch Wilmore, Sunita Williams, and Roscosmos cosmonaut Aleksandr Gorbunov wave, smile as they are back on Earth after the successful Splashdown of the SpaceX Dragon spacecraft carrying Crew-9 at Tallahassee, Florida. Butch… pic.twitter.com/afkFCCRn7U — ANI (@ANI) March 18, 2025
नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने नौ महीने से अधिक समय तक अंतरिक्ष में बिताए, जहां वे शून्य गुरुत्वाकर्षण वातावरण में रहे। इस दौरान उनकी हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर हो गई हैं। नासा के अनुसार, पृथ्वी के वातावरण के अनुरूप ढलने और अपनी शारीरिक क्षमता को पुनः प्राप्त करने में उन्हें करीब 45 दिन लग सकते हैं। इस अवधि में डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी निगरानी करेगी और उन्हें संतुलित आहार एवं व्यायाम की मदद से स्वास्थ्य लाभ कराने में सहायता करेगी।
नासा के क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन के तहत एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने जून में बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष की यात्रा की थी। इस मिशन का उद्देश्य स्टारलाइनर की क्षमता का परीक्षण करना था, जिसमें उसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन तक यात्रियों को ले जाकर सुरक्षित वापस लाने की प्रक्रिया शामिल थी। हालांकि, यह मिशन केवल आठ दिनों के लिए निर्धारित था, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते उनकी वापसी बार-बार टलती रही। आखिरकार, नौ महीने की देरी के बाद, वे सफलतापूर्वक पृथ्वी पर लौट आए। नासा ने इस वापसी को सफल बताया और आश्वस्त किया कि दोनों अंतरिक्ष यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।