
अमेरिकी सांसद बिल हुइजेंगा (सोर्स- सोशल मीडिया)
US Bill Huizenga Pahalgam Attack TRF: अमेरिकी सांसद और डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के नेता बिल हुइजेंगा ने स्वीकार किया है कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन शामिल थे। उन्होंने कहा कि हाफिज सईद की लश्कर-ए-तैयबा का प्रॉक्सी गुट, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF), इस हमले के पीछे था। इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत के पक्ष को अंतरराष्ट्रीय समर्थन मिल रहा है।
हुइजेंगा ने स्पष्ट किया कि जुलाई में ही ट्रंप प्रशासन ने इस गुट को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) घोषित कर दिया था और इसका कारण पहलगाम हमला था। भारत लंबे समय से कहता रहा है कि हाफिज सईद और उसके साथी पाकिस्तान से बैठकर भारत में हमलों की साजिश रचते हैं, लेकिन पाकिस्तान इसे लगातार नकारता रहा है। पहलगाम आतंकवादी हमला 22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुआ था। इस क्रूर हमले में 26 लोगों की हत्या कर दी गई थी।
भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान से आए आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया और जवाबी कार्रवाई की बात कही। इसके तहत भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। ऑपरेशन सिंदूर 7 मई से पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए किया गया, जिसमें हवाई हमले भी शामिल थे। पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की और दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। यह संघर्ष चार दिन तक चला और 10 मई तक जारी रहा। इस दौरान भारत ने कई आतंकवादी ठिकानों को तबाह किया।
पाकिस्तान ने हमेशा इस हमले और ऑपरेशन सिंदूर में अपने किसी भी हाथ होने से इनकार किया। हालांकि, भारत ने बार-बार कहा कि पहलगाम हमला सीमापार से आए आतंकियों ने किया था। अब अमेरिका सहित कई अन्य देशों ने भी इस बात को माना है कि हमलावर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी गुटों से जुड़े थे।
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हुइजेंगा ने अपने बयान में पहलगाम हमले को भयावह करार देते हुए कहा कि यह TRF द्वारा अंजाम दिया गया। उनके इस बयान से यह संकेत मिलता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के दावे को समर्थन मिल रहा है। इस बयान ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान में बैठकर आतंकी गतिविधियां चलाने वाले संगठन अब वैश्विक आतंकवाद के नजरिए से चिन्हित हो चुके हैं।






