श्रीलंकाई सांसद हर्षा डी सिल्वा (फोटो- सोशल मीडिया)
Sri Lankan MP Support India on US Tariff: श्रीलंका के सांसद और प्रसिद्ध अर्थशास्त्री हर्षा डी सिल्वा ने अमेरिका के टैरिफ नीति को लेकर भारत के साहसिक रुख का खुले दिल से समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि भारत की हिम्मत पूरे एशिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है। अपने देशवासियों से उन्होंने अपील की कि वे अमेरिका के साथ जारी टैरिफ विवाद में भारत के प्रति सम्मानजनक और सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाएं।
संसद में बोलते हुए हर्षा डी सिल्वा ने याद दिलाया कि श्रीलंका के आर्थिक संकट के दौरान भारत सबसे पहला देश था जिसने मदद का हाथ बढ़ाया था। उन्होंने कहा, “जब हम सबसे ज्यादा मुश्किल में थे, भारत हमारे साथ खड़ा था। इसलिए भारत का मजाक उड़ाना ठीक नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत और श्रीलंका दोनों को उम्मीद थी कि अमेरिकी टैरिफ 15 प्रतिशत पर आ जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
यह बयान उस समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आयातित वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। ट्रंप ने इसे भारत के रूस से तेल की खरीद को कारण बताया, जबकि भारत ने इसे “अनुचित, अन्यायपूर्ण और अव्यावहारिक” बताया। इस फैसले को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने ट्रंप को दिए अपने जवाब में कहा है कि रूस के तेल यूरोप और नाटो देश भी खरीदते है, लेकिन ट्रंप केवल भारत को निशाना बना रहे है।
🇱🇰🇮🇳 Called out the Govt in @ParliamentLK for mocking India’s bold stand against Trump’s trade tariffs. #India, our true ally, stood by us in our toughest times. We should honor their fight, not laugh. India’s courage inspires Asia! #StandWithIndia #SriLanka #TrumpTariffs pic.twitter.com/HUmMf1lht2 — Harsha de Silva (@HarshadeSilvaMP) August 10, 2025
हर्षा डी सिल्वा ने अपने संसदीय भाषण का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया। उन्होंने लिखा कि भारत के साहसिक रुख का मजाक उड़ाना गलत है। भारत श्रीलंका का सच्चा सहयोगी है, जो मुश्किल समय में साथ खड़ा रहा। हमें उनके संघर्ष का सम्मान करना चाहिए, हंसी उड़ाना नहीं।
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भारत और श्रीलंका के बीच संबंध सांस्कृतिक, धार्मिक और आर्थिक साझेदारी पर आधारित हैं। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत श्रीलंका को महत्वपूर्ण स्थान मिला है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत ने श्रीलंका के आर्थिक स्थिरीकरण और पुनरुद्धार में अहम भूमिका निभाई है। श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने भी भारत को विश्वसनीय साझेदार बताया, जिन्होंने 2022 में लगभग 4 अरब डॉलर की सहायता दी और आईएमएफ के वित्तीय आश्वासन से देश के सुधार कार्यक्रम को मजबूती दी।