राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और परिवार से निष्कासित होने के बाद उन्होंने सितंबर 2025 में ‘जनशक्ति जनता दल’ (जेजेडी) नई पार्टी लॉन्च की, जिसका चुनाव चिह्न ‘ब्लैक बोर्ड’ है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले वे राज्यभर में दौरा कर अपनी जमीन मजबूत कर रहे हैं।बीते 1 अक्टूबर 2025 को सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर में एक चुनावी सभा के दौरान तेज प्रताप के आगमन पर उत्साहित भीड़ ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। इससे माहौल गर्मा गया।
मंच पर तेज प्रताप ने नाराजगी जताते हुए कहा, “आपलोग गलत कर रहे हैं। नारा अधूरा है क्योंकि इसमें सीता माता का नाम छूट गया। यह जानकी की धरती है, इसलिए ‘जय सिया राम’ बोलना चाहिए।” उन्होंने मिट्टी उठाकर माथे से लगाते हुए भावुक अपील की, “यह मां धरती की मिट्टी है, इसे कोई नेता मंच से नहीं लगाता, लेकिन हम लगाते हैं।”यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसकी चर्चा पटना तक पहुंच गई। समर्थकों ने इसे धार्मिक आस्था और स्थानीय गौरव से जोड़ने वाली चतुर चाल बताया, जबकि विपक्ष ने सवाल उठाए। तेज प्रताप का यह कदम उनकी नई राजनीतिक यात्रा को धार दे रहा है, जहां वे बिहार के विकास और बदलाव का वादा कर रहे हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और परिवार से निष्कासित होने के बाद उन्होंने सितंबर 2025 में ‘जनशक्ति जनता दल’ (जेजेडी) नई पार्टी लॉन्च की, जिसका चुनाव चिह्न ‘ब्लैक बोर्ड’ है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले वे राज्यभर में दौरा कर अपनी जमीन मजबूत कर रहे हैं।बीते 1 अक्टूबर 2025 को सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर में एक चुनावी सभा के दौरान तेज प्रताप के आगमन पर उत्साहित भीड़ ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए। इससे माहौल गर्मा गया।
मंच पर तेज प्रताप ने नाराजगी जताते हुए कहा, “आपलोग गलत कर रहे हैं। नारा अधूरा है क्योंकि इसमें सीता माता का नाम छूट गया। यह जानकी की धरती है, इसलिए ‘जय सिया राम’ बोलना चाहिए।” उन्होंने मिट्टी उठाकर माथे से लगाते हुए भावुक अपील की, “यह मां धरती की मिट्टी है, इसे कोई नेता मंच से नहीं लगाता, लेकिन हम लगाते हैं।”यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसकी चर्चा पटना तक पहुंच गई। समर्थकों ने इसे धार्मिक आस्था और स्थानीय गौरव से जोड़ने वाली चतुर चाल बताया, जबकि विपक्ष ने सवाल उठाए। तेज प्रताप का यह कदम उनकी नई राजनीतिक यात्रा को धार दे रहा है, जहां वे बिहार के विकास और बदलाव का वादा कर रहे हैं।