शहबाज शरीफ, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
इस्लामाबाद: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को हुई गहरी चोट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके शासक अब भारत के साथ वार्ता के लिए बेचैन हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसके लिए अमेरिका से मदद मांगी है और उनसे अनुरोध किया है कि वह भारत को बातचीत के लिए राजी करे।
पाकिस्तानी सरकारी टेलीविजन के अनुसार, शहबाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के साथ हुई फोन वार्ता के दौरान भारत के साथ संवाद बहाल कराने की गुजारिश की। शरीफ ने कहा कि वह भारत के साथ जम्मू-कश्मीर, सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद जैसे सभी विवादित मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं। पाकिस्तानी सरकारी टेलीविजन ने इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर भी साझा किया, जिससे उनकी बेचैनी साफ झलकती है।
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान भले ही भारत के साथ सैन्य टकराव में अपनी शक्ति का डींग हांकता रहा हो, लेकिन वास्तविकता सबके सामने है। फिर भी, पाकिस्तान अपनी आदत से मजबूर है और भारत के खिलाफ झूठे नैरेटिव गढ़ने में लगा हुआ है। हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर ने अमेरिका दौरे के दौरान भी भारत के विरुद्ध ही प्रोपेगैंडा फैलाया। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भारत से संवाद की इच्छा जताकर गिड़गिड़ाते नजर आ रहे हैं।
इससे स्पष्ट है कि पाकिस्तान की नीतियों में कोई स्थिरता नहीं है एक तरफ सेना भारत के खिलाफ जहर उगल रही है, तो दूसरी तरफ सरकार संबंध सुधारने के लिए मिन्नतें कर रही है। यह दोहरा रवैया पाकिस्तान की अस्थिर विदेश नीति को उजागर करता है।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और विदेश मंत्री रुबियो के बीच बातचीत सौहार्दपूर्ण और गर्मजोशी से भरे माहौल में संपन्न हुई। इस दौरान शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को शुभकामनाएं दीं और उनके “साहसी नेतृत्व” की सराहना की। उन्होंने रुबियो की सक्रिय और प्रभावशाली कूटनीति की भी तारीफ की, जिसने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौते तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का पाकिस्तान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है, जिससे दक्षिण एशिया में स्थायी शांति की संभावनाएं मजबूत हुई हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह शांति भारत और पाकिस्तान के बीच सार्थक वार्ता से ही संभव है। शरीफ ने जम्मू-कश्मीर, सिंधु जल संधि, व्यापार और आतंकवाद जैसे मुद्दों पर भारत के साथ बातचीत करने की पाकिस्तान की इच्छा को फिर से व्यक्त किया। हालांकि, भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान के साथ केवल दो मुद्दों पर ही बातचीत करेगा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) की वापसी और आतंकवाद।
इसके अलावा, शरीफ ने बताया कि वार्ता के दौरान पश्चिम एशिया की स्थिति, खासकर ईरान-इजराइल संकट पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि इस गंभीर हालात का हल केवल संवाद और कूटनीतिक प्रयासों के जरिए शांतिपूर्वक निकाला जाना चाहिए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)