
रास्तों पर तैनात सुरक्षाबल, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
नवभारत इंटरनेशनस डेस्क: 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जुड़ी जानकारी अब धीरे-धीरे सामने आ रही है और इस हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ भी हुआ है। बताया जा रहा है कि इस हमले को अंजाम देने वाले चार आतंकवादियों की पहचान हो चुकी है, जिन्होंने 28 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या की थी। इन चारों में से दो आतंकी पश्तो भाषा में बात कर रहे थे और ये दोनों पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं। इनमें से एक का नाम आसिफ शेख है, जो जैश-ए-मोहम्मद संगठन से जुड़ा हुआ है।
वहीं चार में से तीन आतंकियों के कोड नेम भी सामने आ चुके हैं आसिफ फौजी को ‘मूसा’, सुलेमान शाह को ‘यूनुस’, और अबु तल्हा को ‘आसिफ’ के नाम से पहचाना जाता था जो सारे कोड वर्ड में थे। ये कोड नेम आतंकियों को उनकी पहचान छुपाने के लिए इस्तेमाल दिए जाते हैं।
सूत्रों के अनुसार, आतंकवादियों के शरीर पर बॉडी कैमरे लगे हुए थे और जो पूरी वारदात की रिकॉर्डिंग कर रहा था। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने पहले टूरिस्टों को सिर झुकाने के लिए बोला और फिर AK-47 और अमेरिकी M-14 राइफलों से गोलियां बरसाना शुरू कर दी। जांच एजेंसियों ने पहले तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए थे, और अब चारों आतंकियों की तस्वीरें भी लोगों के सामने आ चुकी हैं।
हमले की जांच कर रही खुफिया एजेंसियों को घटनास्थल करीब ही अत्याधुनिक संचार उपकरण मिले हैं, जो इस बात की ओर दिखाता है कि आतंकियों को बाहर से लॉजिस्टिक सहायता और समर्थन मिल रहा था। एजेंसियों का कहना है कि हमलावर आतंकवादी पाकिस्तान में मौजूद ऑपरेटिव्स के साथ सीधे संपर्क में थे और वहां मौजूद उनके सरगनाओं को हमले की पूरी की जानकारी रियल टाइम में मिल रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के समय अपने सऊदी अरब की अपनी दो दिवसीय यात्रा थे। जिसको उन्होंने अचानक समाप्त कर दी। पहले उन्हें बुधवार रात को लौटना था, लेकिन इसके बजाय वे बुधवार की सुबह ही नई दिल्ली लौट आए। आज सुबह-सुबह पहुंचने पर पीएम मोदी ने स्थिति की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ हवाई अड्डे पर एक उच्च स्तरीय बैठक की।
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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। जिन लोगों ने अपने परिवार को खोया है उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दी जा रही है।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि इस भयावह हमले के दोषियों को उन्हें किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि आतंक फैलाने वालों के नापाक मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई पूरी दृढ़ता से जारी रखेगा, और यह संकल्प पहले से कहीं अधिक मजबूत हुआ है।






