गाजा में सहायता वितरण केंद्र के पास इजरायली हमला, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
गाजा पट्टी: गाजा में रविवार को इजरायल समर्थित एक संगठन से मदद लेने जा रहे 31 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। यह जानकारी रेडक्रॉस द्वारा संचालित एक अस्पताल ने दी, जहां मृतकों के शव लाए गए थे। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में 175 अन्य लोग भी घायल हुए हैं। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि गोलीबारी किसने की।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इजरायली सेना ने सहायता वितरण स्थल की ओर जा रहे लोगों पर गोलियां चलाईं। हालांकि इस मामले में इजरायली सेना ने तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है।
गाजा में ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन द्वारा राहत सामग्री बांटने के दौरान अव्यवस्था फैल गई। कई चश्मदीदों का कहना है कि इजरायली सैनिकों ने सहायता वितरण केंद्रों के पास जमा भीड़ पर गोलीबारी की। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, रविवार से पहले कम से कम छह लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं। फाउंडेशन ने स्पष्ट किया है कि उसके सुरक्षा गार्ड्स ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई। वहीं, इजरायली सेना ने स्वीकार किया है कि उसने चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाई थीं।
वहीं, 27 मई को रफह के टेल अल-सुलतान इलाके में एक और गोलीबारी हुई, जिसमें कम से कम 10 फिलीस्तीनी मारे गए और 62 लोग घायल हो गए। यह घटना उसी सहायता वितरण केंद्र के पास हुई, जिसे इजरायली समर्थित गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन संचालित कर रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, इजरायली बलों ने उन नागरिकों पर गोलियां चलाईं, जो वहां मदद लेने पहुंचे थे। घायलों में से कई को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन ने फिलहाल इस घटना पर कोई टिप्पणी नहीं दी है, जिसमें लोगों के हताहत होने की बात सामने आई है। हालांकि, फाउंडेशन ने अपने पहले बयान में कहा था कि रविवार सुबह भेजी गई 16 ट्रकों की सहायता सामग्री सुरक्षित तरीके से वितरित की गई और इस दौरान कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रविवार को सहायता वितरण स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर एक गोल चक्कर पर गोलीबारी हुई थी। यह क्षेत्र इजरायली सेना के नियंत्रण में है। चश्मदीद इब्राहिम अबू सऊद ने बताया कि इजरायली सैनिकों ने सहायता वितरण केंद्र की ओर जा रही भीड़ पर गोलियां चलाईं, जिसमें कई लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं।