सांकेतिक तस्वीर
Israel-Gaza War: ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को फिलिस्तीन को आधिकारिक तौर पर मान्यता देना का ऐलान कर दिया। लेकिन इस फैसला के इजरायल पर कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा है। इजरायल ने रविवार को गाजा में भारी बमबारी की, इसमें 34 लोगों की मौत हो गई। गाजा पर ये हमले तब हुए जब यूनाइटेड नेशन में फिलिस्तीन को मान्यता देने के लिए बैठक चल रही थी।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने रविवार को बताया कि गाजा शहर में रात भर इजरायल के हमलों में कम से कम 34 लोग मारे गए जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। शिफा अस्पताल जहां ज्यादा तर मृतकों के शव लाए गए थे के अधिकारियों ने बताया कि मारे गए 14 लोग शनिवार देर रात एक रिहायशी इलाके में हुए हमले में भी शामिल हैं मृतकों में अस्पताल की एक नर्स उसकी पत्नी और उनके तीन बच्चे भी थे।
इजरायल की ओर से शुरू हुए इस नया अभियान ने क्षेत्र में संघर्ष को और बढ़ा रहा है और युद्धविराम की संभावनाओं को खत्म कर रहा है। इजरायल की सेना का दावा है कि वह हमास के सैन्य ढांचे को खत्म करने के लिए अभियान चला रही है। इसके चलते उन्होंने फिलिस्तीनियों को गाजा से चले जाने की सलाह दी है। सेना ने कहा है कि हमले कब तक चलेंगे यह नहीं बताया लेकिन लगता है यह महीनों तक चल सकते हैं।
शनिवार रात का हमला ऐसे वक्त हुआ जब कुछ बड़े पश्चिमी देश सोमवार को संयुक्त राष्ट्र की बैठक में फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने वाले हैं इनमें ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा ऑस्ट्रेलिया, माल्टा, बेल्जियम और लक्जमबर्ग शामिल हैं पुर्तगाल भी रविवार को मान्यता दे सकता है।
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संयुक्त राष्ट्र की बैठक से पहले इजरायल में कुछ शांति समर्थक समूहों ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने का स्वागत किया रविवार को 60 से ज्यादा यहूदी और अरब शांति समूहों ने युद्ध खत्म करने बंदियों की रिहाई और फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की मांग की। फिर भी युद्धविराम फिलहाल दूर नजर आ रहा है पिछले 23 महीनों में इजरायल की बमबारी में गाजा में 65000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं वहां का बड़ा हिस्सा तबाह हो चुका है करीब 90 प्रतिशत लोग विस्थापित हो गए हैं और एक बहुत बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है।