जो बाइडन-डोनाल्ड ट्रंप-बेंजामिन नेतन्याहू
वाशिंगटन : जहां एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दोनों ही इजराइल तथा हमास के बीच गाजा में बुधवार को हुए संघर्ष विराम समझौते पर सहमति बनने का श्रेय ले रहे हैं। वहीं इस बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आज कहा कि, उनकी प्रशासनिक टीम और आने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम गाजा संघर्ष पर समझौते को लेकर एक साथ काम कर रही है।
इससे यह साफ हुआ कि, भले ही जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप की राजनीतीक विचारधारा अलग हो, लेकिन इजराइल तथा हमास के संघर्ष विराम समझौते जैसे बड़े कामों में श्रेय लेने के लिए यह दोनों साथ भी आ सकते हैं। हालांकि, श्रेय लेने की इस होड़ में दोनों ही परोक्ष रुप से एक दुसरे को नीचा दिखाने की जुगत में है।
जानकारी के अनुसार व्हाइट हाउस ने ट्रंप के पश्चिम एशिया दूत को महीनों से जारी वार्ता में शामिल किया था। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, ट्रंप ने बिना समय गवाए यह दावा किया कि वह इस समझौते के लिए वह प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं, जिसका अंतिम विवरण अभी तय ही किया जा रहा है। इस बीच, बाइडन ने जोर देकर कहा कि यह सौदा मई के अंत में उनके द्वारा ही निर्धारित योजना की स्पष्ट रूपरेखा के तहत किया गया है।
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वहीं ट्रंप ने इस बाबत सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘यह युद्ध विराम समझौता नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत के परिणामस्वरूप ही संभव हो पाया, क्योंकि हमारी जीत ने पूरी दुनिया को संकेत दिया कि मेरा प्रशासन शांति चाहेगा और सभी अमेरिकियों एवं हमारे सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समझौतों पर बातचीत करेगा।’मैं बहुत खुश हूं कि अमेरिकी और इजराइली बंधक लौटकर अपने परिवारों और प्रियजनों से मिलेंगे।”
इसके साथ ही, ट्रंप ने कहा कि दोहा, कतर में वार्ता में हिस्सा लेने वाले उनके नवनिर्वाचित पश्चिम एशिया दूत स्टीव विटकॉफ ‘‘इजराइल और हमारे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।” वहीं, बाइडन ने इसके इतर कहा कि ‘‘इस कार्य को पूरा करने के प्रयासों में मेरे ही कूटनीतिक प्रयास कभी नहीं रुके।” उन्होंने कहा कि, ‘‘यह न सिर्फ हमास पर पड़ रहे अत्यधिक दबाव और लेबनान में युद्ध विराम तथा ईरान के कमजोर होने के बाद बदले क्षेत्रीय समीकरण का परिणाम है, बल्कि यह दृढ़ एवं मेहनत वाली अमेरिकी कूटनीति का भी फल है।”
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हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने जो बाइडन प्रशासन के साथ काम करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम को धन्यवाद जरुर दिया। उन्होंने कहा कि, “निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप की टीम ने भी इस सौदे को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम, इस संघर्ष विराम समझौते पर हमारे साथ काम करने के लिए ट्रंप की टीम को दिल से धन्यवाद देते हैं। हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वे बी इस वार्ता में शामिल थे।”
जानकारी दें कि, कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका ने एक संयुक्त बयान में पुष्टि की थी कि इजरायल और हमास ने युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौता कर लिया है. यह समझौता आगामी 19 जनवरी से प्रभावी होने की संभावना है. वहीं दोनों तरफ से कितने बंधकों को रिहा किया जाएगा इसे लेकर भी जरुरी डील हुई है.
वहीं फिर इस बयान का बाद ही, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार देर रात कहा कि हमास के साथ संघर्ष विराम समझौता अभी ठीक से पूरा नहीं हुआ है तथा इसे अंतिम रूप देने पर काम किया जा रहा है। हालांकि यह तय है कि, अब गाजा में बीते 15 महीने से बनी हुई युद्ध की विनाशकारी स्थिति थमेंगी और बड़ी संख्या में बंधकों के रिहा होने का रास्ता भी साफ हो सकेगा।