एस. जयशंकर, सर्गेई लावरोव ( फोटो- सोशल मीडिया)
Jaishankar Meet Sergey Lavrov: भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 21 अगस्त को रूस की राजधानी मॉस्को में अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात करेंगे। रूसी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस बात की पुष्टि की और बताया कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा होगी।
रूसी विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर जानकारी देते हुए कहा, “21 अगस्त को मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे द्विपक्षीय मुद्दों और अंतरराष्ट्रीय ढांचों के अंतर्गत सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करेंगे।”
यह उच्चस्तरीय बैठक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल की हालिया रूस यात्रा के तुरंत बाद हो रही है, जिसमें उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगु से मुलाकात की थी।
जयशंकर और लावरोव की यह वार्ता जुलाई में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर हुई बातचीत के बाद हो रही है। दोनों नेता हाल ही में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भी मिले थे, जहाँ उन्होंने द्विपक्षीय सहयोग, पश्चिम एशिया की स्थिति, ब्रिक्स और एससीओ जैसे मुद्दों पर व्यापक चर्चा की थी।
इससे पहले मार्च 2024 में, भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने भी मॉस्को का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रे रुडेन्को के साथ द्विपक्षीय विदेश कार्यालय परामर्श किए थे। इन चर्चाओं में दोनों पक्षों ने भारत-रूस संबंधों की व्यापक समीक्षा की और विभिन्न क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।
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2024 में भारत और रूस के बीच कई उच्चस्तरीय बैठकें हुईं, जिनमें मॉस्को में आयोजित 22वीं वार्षिक शिखर बैठक, कज़ान में हुए 16वें ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात, और नवंबर 2024 में नई दिल्ली में संपन्न भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 25वीं बैठक शामिल हैं।
इस आयोग की बैठक की संयुक्त अध्यक्षता रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंतुरोव और डॉ. एस. जयशंकर ने की थी। साथ ही, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आगामी भारत दौरे की भी योजना बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन की परंपरा के तहत भारत आने का औपचारिक निमंत्रण दिया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)