इजरायल का अगला निशाना होगा तुर्की (फोटो- सोशल मीडिया)
Israel-Turkey Tension: हमास ने खुलासा किया है कि इजरायल कतर के बाद अगला हमला तुर्की पर कर सकता है। इजरायली सेना (IDF) ने हाल ही में कतर की राजधानी दोहा में हवाई हमले किए थे। इसके बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कतर को धमकी दी थी कि वो हमास की मदद करना बंद कर दे। नहीं तो उनका अंत तय है। जिससे मिडिल ईस्ट में एक बार फिर तनाव बढ़ गया।
इसी बीच तुर्की रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रियर एडमिरल जेकी अकतुर्क ने गुरुवार को चेतावनी दी कि इजरायल, कतर की तरह ही, अपने हमलों को और तेज कर सकता है और इस प्रक्रिया में तुर्की समेत पूरे क्षेत्र को अस्थिर कर देगा।
तुर्की पहले भी इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू की तुलना हिटलर से कर चुका है, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव और बढ़ गया। एक समय में मजबूत क्षेत्रीय साझेदार रहे इजरायल और तुर्की के संबंध 2000 के दशक में बिगड़ने लगे और 7 अक्टूबर 2023 को हमास की ओर से इजरायल पर किए गए हमले के बाद शुरू हुए गाजा युद्ध के चलते अब तक के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गए हैं।
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन लंबे समय से फिलिस्तीनी आंदोलन और हमास के समर्थक रहे हैं। गाजा युद्ध की शुरुआत से ही उन्होंने इजरायल और खासकर नेतन्याहू की खुलकर आलोचना की है। एर्दोगन ने इजरायल पर नरसंहार का आरोप लगाया और नेतन्याहू की तुलना नाजी नेता एडोल्फ हिटलर से की। वहीं, इजरायल का आरोप है कि तुर्की हमास को अपने क्षेत्र से हमलों की योजना बनाने, भर्ती करने और धन जुटाने की छूट देता है।
यह भी पढ़ें: लादेन तो मर गया, उसकी बीवियों का क्या हुआ? 14 साल बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति के करीबी ने खोला राज
एर्दोगन कतर के नेतृत्व के करीबी हैं और तुर्की के अमीरात के साथ गहरे सैन्य व कारोबारी रिश्ते हैं। वह इस हफ्ते के अंत में कतर में होने वाले अरब और मुस्लिम देशों के शिखर सम्मेलन में भी शामिल होने वाले हैं। इस बीच, ट्रेंड्स रिसर्च एंड एडवाइजरी के तुर्की कार्यक्रम के निदेशक सेरहाट सुहा कुबुककुओग्लू का कहना है कि अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों और क्षेत्रीय वायु रक्षा प्रणालियों की परवाह किए बिना हमले करने की इजरायल की क्षमता अंकारा के लिए गंभीर चिंता का कारण है।