पाकिस्तानी सेना प्रमुख, एएसए और पीएम शरीफ
नवभारत डेस्क: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के पहले ही पाकिस्तान के भीतर भूचाल आ गया है। पाकिस्तान में ‘तख्तापलट’ की आशंका बढ़ गई है। खबरों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना का दबदबा बढ़ गया है, भारत की सैन्य कार्रवाई के डर के बीच अब सेना ही बड़े फैसले ले रही है। सेना और सरकार में तनातनी के बीच पाकिस्तान में बुधवार आधी रात को बड़ा ऐलान किया गया और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद असीम मलिक को पाकिस्तान के पीएम के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की जिम्मेदारी सौंपी गई।
वहीं पाकिस्तान से ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर देश छोड़कर भाग गए हैं। सोशल मीडिया पर जनरल मुनीर को लेकर अफवाहें भी जोरों से वायरल हो रही हैं। इसमें कहा गया है कि पाक सेना प्रमुख लापता हैं। सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान सेनाध्यक्ष अपने परिवार सहित देश से निकल गए हैं या रावलपिंडी सैन्य मुख्यालय के किसी बंकर में छिपे हैं, वह सामने क्यों नहीं आ रहे हैं। हैशटैग #MunirOut ट्रेंड कर रहा है।
पाकिस्तान में तख्तापलट की ऐसी आशंका नई नहीं हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बड़े भाई नवाज शरीफ भी इसका शिकार हो चुके हैं। इससे पहले कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन सेनाध्यक्ष जनरल परवेज मुशर्रफ ने 1999 में नवाज शरीफ को सत्ता से हटाकर सैन्य शासन लागू किया था और फिर वो आठ साल तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति भी रहे। एक रिपोर्ट में बताया गया कि शहबाज की हालत नवाज से ज्यादा कमजोर है। पाकिस्तान में महंगाई-बेरोजगारी के साथ बलूचिस्तान में बगावत की उठती आवाजों से सरकार की स्थिति कमजोर है।
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसरन में आतंकियों ने 26 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इनमें 25 पर्यटक भी थे, जिन्हें गोली मारने से पहले उनका धर्म पूछा गया था। फिलहाल हमले में पांच आतंकियों के शामिल होने का पता चला है। इनमें दो स्थानीय और तीन पाकिस्तानी हैं।
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जांच एजेंसियों ने अब तक 2600 संदिग्ध तत्वों से पूछताछ की है और कथित तौर पर उनमें से 188 को हिरासत में लिया है। इनके अलावा 20 ओवरग्राउंड वर्कर भी गिरफ्तार किए गए हैं। इनके बारे में कहा जा रहा है कि मारे गए आतंकी जुनैद के अलावा ये बैसरन हमले में शामिल आतंकियों के संपर्क में रहे हैं।