वर्धा में 'सिर घुमा देने वाला' घोटाला (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha Police: वर्धा शहर के भामतीपुरा स्थित एक्सिस बैंक में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बैंक के 5 कर्मचारियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर 2 करोड़ 55 लाख 92 हजार रुपये का लोन गबन कर लिया है। बैंक मैनेजर अमित मिश्रा की शिकायत के आधार पर शहर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। एक्सिस बैंक ने पर्सनल लोन के मामलों के लिए बेंगलुरु स्थित ‘क्वेस्ट कॉर्प लिमिटेड’ नामक कंपनी की मदद ली थी।
आरोपी उसी कंपनी का कर्मचारी था। उसने वर्धा, नागपुर, यवतमाल और अकोला ज़िलों में 26 लोन के मामले संभाले थे। आरोपियों ने ज़रूरतमंद और गरीब लोगों को लोन का लालच दिया। फिर उन्होंने उनके नाम पर फर्जी सैलरी स्लिप, फर्जी बैंक स्टेटमेंट और जाली हस्ताक्षरों का इस्तेमाल करके दस्तावेज़ तैयार किए।
उन्होंने ये सभी दस्तावेज़ नागपुर स्थित एक्सिस बैंक के लोन सेंटर में जमा किए और लोन स्वीकृत करवा लिया। लोन की रकम स्वीकृत होने के बाद, उन्होंने उसमें से कुछ राशि नकद निकाल ली, जबकि बाकी बैंक ट्रांजेक्शन के ज़रिए अपने खाते में ट्रांसफर कर ली।
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जब बैंक को पता चला कि कुछ ऋणों का भुगतान शुरू नहीं हुआ है, तो बैंक के आंतरिक सतर्कता विभाग ने जांच शुरू की। इस जांच में पता चला कि सभी दस्तावेज़ फ़र्ज़ी थे और उधारकर्ताओं के पास ऋण चुकाने की क्षमता नहीं थी। इसके बाद, बैंक ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में, पुलिस ने सेलू तालुका के धामनगांव निवासी शशिकांत मांड्रे, प्रदीप भांडेकर, अंकुश वैरागड़े, गोंदिया निवासी प्रदीप राहंगडाले और यवतमाल निवासी उमेश राठौड़ के खिलाफ मामला दर्ज किया है।