बेंजामिन नेतन्याहू , फोटो (सो. आईएएनस)
Israel Gaza War: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने उन अंतरराष्ट्रीय नेताओं की कड़ी आलोचना की है जिन्होंने फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश के रूप में मान्यता दी। उन्होंने इसे “आतंकवाद को इनाम देने” के समान बताया। नेतन्याहू ने कहा कि मेरे पास उन सभी नेताओं के लिए स्पष्ट संदेश है जो फिलिस्तीन को मान्यता दे रहे हैं, खासकर 7 अक्टूबर को हुए भयानक नरसंहार के बाद। आप आतंकवाद को बहुत बड़ा इनाम दे रहे हैं।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों ने फिलिस्तीन को औपचारिक रूप से स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दे दी है। इजरायली सेना (आईडीएफ) के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल एफी डेफ्रिन ने एक वीडियो बयान में कहा कि अब सेना ने गाजा सिटी के अंदर तक अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
उन्होंने बताया कि ऑपरेशन का मुख्य लक्ष्य अब हमास का गढ़ है और सेनाएं जमीन पर तथा सुरंगों में आतंकवादियों से लड़ रही हैं। डेफ्रिन ने बताया कि अब तक लगभग 5.5 लाख लोग गाजा के दक्षिणी हिस्सों में सुरक्षित इलाकों में पहुंच चुके हैं, क्योंकि इजरायल ने नागरिकों के लिए राहत मार्ग खुले रखे हैं। उन्होंने कहा कि आईडीएफ लगातार मानवीय सहायता को मजबूत कर रही है और लोगों को लड़ाई वाले क्षेत्रों से बाहर आने के लिए प्रेरित कर रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि केरेम शालोम बॉर्डर क्रॉसिंग पर हजारों टेंट और राहत सामग्री तैयार हैं, जिन्हें संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय संगठनों को वितरित किया जाएगा। पिछले कुछ हफ्तों में 24,000 से अधिक टेंट गाजा भेजे गए हैं, ताकि लोगों को भोजन, दवाई और आश्रय मिल सके।
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डेफ्रिन ने बताया कि हमास ने हाल ही में एक यूएन टीम पर गोली चलाई, राहत गाड़ियों को रोकने की कोशिश की और यूनीसेफ के चार राहत ट्रकों को लूट लिया, जिससे 2,700 बच्चों को फॉर्मूला मिल्क नहीं मिल सका। उन्होंने कहा कि हमास अपने ही नागरिकों को ढाल बनाकर युद्ध को लंबा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन यह योजना कामयाब नहीं होगी। प्रवक्ता ने आगे बताया, “हमारे 48 बंधक अभी भी हमास के कब्जे में हैं। जब तक वे सुरक्षित लौटेंगे नहीं, यह संघर्ष पूरा नहीं माना जाएगा। हम दिन-रात प्रयास कर रहे हैं ताकि हमास को खत्म किया जा सके और अपने लोगों को सुरक्षित वापस लाया जा सके।”
(आईएएनस इनपुट के साथ)