बिहार जाने वाली ट्रेन के एसी वेंट से बरामद हुई शराब की बोतलें (Image- Screen Capture)
Viral Video: बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद भी बड़ी मात्रा में अवैध शराब की तस्करी की जाती है। राज्य में शराब तस्कर चोरी-छिपे शराब की खरीद-बिक्री करने के ऐसे-ऐसे तरीके निकालते हैं कि देखने वाले भी हैरत में हैं। ऐसा ही एक मामला और सामने आया है जिसमें तस्कर ट्रेन के एसी के अंदर शराब छुपा कर ले जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के एसी कोच में यात्रियों ने कम कूलिंग की शिकायत की।
जब टेक्नीशियनों ने एसी डक्ट की जांच की तो वहां अवैध शराब की खेप छिपाई गई थी। जिसके बाद रेलवे पुलिस ने शराब अपने कब्जे में ले लिया। ये वीडियो अब वायरल हो रहा है।
Passengers complained of low cooling in the AC coach of Lucknow-Barauni Express. When the technicians inspected the AC duct, consignment of a illict liquor was being hidden there.
Tecnologia! pic.twitter.com/Qad9Uis9dO
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) August 14, 2025
बिहार में इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को बिहार में अवैध शराब तस्करी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में एक्शन लिया है। ईडी ने बिहार सहित चार राज्यों में कुल सात जगहों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि ये कार्रवाई अवैध शराब कारोबार से जुड़े मुख्य आरोपी सुनील भारद्वाज से जुड़े ठिकानों पर की गई।
ईडी अधिकारियों ने इस मामले में बताया कि इस पूरे नेटवर्क का मुख्य सरगना सुनील भारद्वाज है और उसके जरिए बड़े पैमाने पर अवैध शराब की आपूर्ति और मनी लॉन्ड्रिंग का जाल फैला हुआ है।
बता दें कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बीच पुलिस लगातार तस्करी के खिलाफ अभियान चलाती रहती है। वहीं, शराब तस्करों को पकड़ने के बाद छोड़ देने के आरोप में हाल ही में पुलिस वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई हुई है। अब वो अगले 10 वर्षों तक थानाध्यक्ष नहीं बन पाएंगे।
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इससे पहले बिहार के सुल्तानगंज थाने में तैनात दो दारोगा आफताब आलम और बिट्टू कुमार के खिलाफ शराब तस्करों को पकड़ने के बाद छोड़ देने के आरोप में कार्रवाई की गई है। साथ ही इन पर शराब तस्करों से संपर्क रखने और शराब तस्करी में सहयोग करने का भी आरोप है। इन दोनों को अगले 10 सालों के लिए थानाध्यक्ष के पद से वंचित कर दिया गया है।