अजय राय
लखनऊ: मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मचे भगदड़ ने 120 से ज्यादा लोगों की जान ले ली। इस मामले के जिम्मेदार लोगों पर प्रशासन अभी तक कोई कठोर कदम उठाने में असफल रही है। वहीं इस मामले में आरोप-प्रत्यारोप की तेज होने के साथ ही योगी सरकार पर कई सारे सवाल खड़े हो रहे है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बृहस्पतिवार को हाथरस की भगदड़ की घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे योगी सरकार की विफलता बताई है।
अजय राय ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से कहा कि हाथरस की घटना उत्तर प्रदेश सरकार की विफलता है। कल मुख्यमंत्री ने हाथरस का दौरा किया और बाद में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी वहां गए। वे एक साथ नहीं गए यह अंदरूनी कलह को दर्शाता है। उन्होंने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवार को एक करोड़ रुपये और घायलों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने की कांग्रेस की मांग दोहराई है।
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अजय राय ने कहा कि हम यह भी चाहते हैं कि घटना की न्यायिक जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से कराई जाए न कि सेवानिवृत न्यायाधीश से। राय ने यह भी मांग की कि नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) को रद्द किया जाना चाहिए और सरकार को नीट की दोबारा परीक्षा की तारीख घोषित करनी चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए बुधवार को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया।
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि गुजरात की उन कंपनियों को उत्तर प्रदेश में ठेके दिए जा रहे हैं जो अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। राय ने कहा, “गुजरात की एक कंपनी को उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल परीक्षा आयोजित करने की निविदा दी गयी थी, लेकिन पेपर लीक हो गया और कंपनी का मालिक अब विदेश भाग गया है।