आजम खान (फोटो- सोशल मीडिया)
UP Politcs: सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्हें रामपुर के चर्चित क्वालिटी बार कब्जे के मामले में जमानत मिल गई है। इस मामले की फाइनल सुनवाई 21 अगस्त को जस्टिस समीर जैन की सिंगल बेंच ने की थी, जिसके बाद उन्होंने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले भी आजम खान को कई मामलों में जमानत मिल चुकी है। अब क्वालिटी बार कब्जे के केस में जमानत मंजूर होने से उनकी रिहाई का रास्ता साफ हो गया है।
सपा नेता आजम खान की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में पूर्व अपर महाधिवक्ता इमरान उल्ला और खालिद के अलावा विनीत विक्रम ने पक्ष रखा। इससे पहले 10 सितंबर को आजम खान को डूंगरपुर कांड मामले में हाईकोर्ट से राहत मिली थी। आजम खान पैरवी कर रहे वकीलों का कहना है कि उन्हें लगभग सभी मामलों में राहत मिल चुकी है, जल्द ही वह जेल से बाहर होंगे।
रामपुर के बहुचर्चित क्वालिटी बार पर कब्जे के मामले में आजम खान पर 21 नवंबर 2019 को क्वालिटी बार के मालिक गगन अरोड़ा ने राजस्व निरीक्षक से शिकायत की थी। इसके बाद राजस्व निरीक्षक की शिकायत पर पुलिस ने जफर अली जाफरी, आजम खान, उनकी पत्नी तंजीम फातिमा व बेटे अब्दुल्ला आजम खान के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता इमरान उल्लाह ने आजम खान को जमानत मिलने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इस मुकदमे में जमानत मिलने के बाद पूर्व मंत्री आजम खां के जेल से बाहर आने की संभावना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि लगभग सभी मुकदमों में राहत मिल गई है। अब उनकी रिहाई का रास्ता बिल्कुल साफ है, जल्द ही वह जेल से बाहर आ सकते हैं।
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पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद आजम खान समाजवादी पार्टी के बड़े नेताओं में से एक हैं। उनके जेल जाने से सपा को राजनैतिक रूप से काफी नुकसान हुआ था। उनकी रिहाई से उत्तर प्रदेश की राजनीति करवट ले सकती है। हालांकि सियासी गलियारों में चर्चाएं हैं कि अखिलेश यादव और आजम खान के संबंध पहले जैसे नहीं रहे हैं। हालांकि जेल रिहाई के बाद आजम और अखिलेश पर नजरें रहेंगी।