बोइंग स्टारलाइनर की तकनीकी गड़बड़ी के कारण लंबा इंतजार, अब स्पेसएक्स से घर लौट रहे हैं अंतरिक्षयात्री (सौ. Design)
नवभारत साइंस डेस्क: नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मर आखिरकार 9 महीने के लंबे और अनिश्चित इंतजार के बाद धरती पर लौट रहे हैं। तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में लगातार देरी हो रही थी, लेकिन अब स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए वे घर वापसी के लिए रवाना हो चुके हैं।
विलियम्स और विल्मर को पिछले साल 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर क्रू कैप्सूल के जरिए अंतरिक्ष में भेजा गया था। योजना के अनुसार, उनका मिशन केवल एक सप्ताह का होना था, लेकिन स्टारलाइनर में तकनीकी खामियों के कारण नासा को उसे बिना अंतरिक्ष यात्रियों के वापस बुलाना पड़ा। इसके चलते, दोनों को स्पेसएक्स की मदद से लौटने तक ISS पर रहना पड़ा।
17 मार्च की रात 11:20 बजे (ET) ड्रैगन कैप्सूल का हैच बंद किया गया और 18 मार्च की सुबह 1:05 बजे यह इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से सफलतापूर्वक अनडॉक हो गया। उस समय यह प्रशांत महासागर के ऊपर 418 किलोमीटर की ऊंचाई पर था।
स्पेसक्राफ्ट को सुरक्षित लैंडिंग के लिए कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं से गुजरना होगा:
स्प्लैशडाउन के बाद, नासा की टीम अंतरिक्ष यात्रियों को रिकवर करेगी और उन्हें ह्यूस्टन ले जाया जाएगा, जहां वे अपने परिवारों से मिल सकेंगे। इस अनपेक्षित रूप से लंबे मिशन के दौरान, विलियम्स और विल्मर ने खुद को ISS क्रू का एक अभिन्न हिस्सा बना लिया। उन्होंने वैज्ञानिक प्रयोग किए, उपकरणों की मरम्मत की और एक साथ एक स्पेसवॉक भी पूरा किया।
LIVE: #Crew9 and their @SpaceX Dragon spacecraft are departing the @Space_Station and starting their journey back to Earth. Undocking is scheduled for 1:05am ET (0505 UTC). https://t.co/OUp4n98WeE — NASA (@NASA) March 18, 2025
इस मिशन के साथ राजनीतिक विवाद भी जुड़ गया जब पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क से नासा की देरी के लिए सवाल किया और प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया। इसके जवाब में, स्पेसएक्स ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया और अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए एक नए कैप्सूल की बजाय एक इस्तेमाल किया हुआ कैप्सूल तैनात कर दिया।
Dragon on-orbit shortly after undocking from the @Space_Station pic.twitter.com/lxmTIJuf99 — SpaceX (@SpaceX) March 18, 2025
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नासा ने स्पेसएक्स और बोइंग दोनों को ISS तक यात्रियों को भेजने के लिए अनुबंधित किया है। लेकिन, स्टारलाइनर में आई तकनीकी दिक्कतों के चलते, फिलहाल स्पेसएक्स ही इस जिम्मेदारी को निभा रहा है। नासा की योजना है कि 2030 तक ISS को बंद करके, इसे निजी कंपनियों द्वारा संचालित स्पेस स्टेशनों से बदला जाए। इससे नासा गहरे अंतरिक्ष अन्वेषण (Deep Space Exploration) पर ध्यान केंद्रित कर सकेगा।