नांदेड़: मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) को लेकर मराठा समुदाय (Maratha Community) के लोग कुछ भी कर गुजरने को तैयार है। इसकी कई घटनाएं सामने भी आई है। हाल ही में नांदेड़ (Nanded) जिले के सोमेश्वर गांव (Someshwar Village) के 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा ने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या (Suicide) कर ली है।
जिस लड़की ने आत्महत्या की है उसका नाम कोमल तुकाराम बोकारे है। मिली जानकारी के मुताबिक, 9वीं कक्षा की छात्रा कोमल ने घर पर नोट लिखकर आत्महत्या कर ली है। कोमल ने सुसाइड नोट में लिखा कि ”मराठा समाज को जल्द आरक्षण दिया जाए, मेरा बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए, मां अन्ना मुझे माफ कर देना।”
गौरतलब हो कि नांदेड़ जिले में मराठा आरक्षण के लिए यह पांचवीं आत्महत्या है। आये दिन मराठा आरक्षण के लिए आत्महत्या करने वालों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि इन आत्महत्याओं का सिलसिला कब खत्म होगा। कब मराठा समुदाय को न्याय मिलेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, मराठा आरक्षण के लिए आत्महत्या करने वाली कोमल के पिता किसान हैं। उनके पास सिर्फ एक एकड़ खेत है और घर में कुल पांच लड़कियां हैं। वहीं, कोमल के पिता खेती करके अपने परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। ऐसे में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कोमल ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया और बोकारे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस घटना से नांदेड़ फिर एक बाद सहम गया है।
जैसा की हमने आपको बताया नांदेड़ की कोमल ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा। जिसमें उसने कहा, ”मराठा समाज को जल्द आरक्षण दिया जाए, मेरा बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए, मां अन्ना मुझे माफ कर दो…”। इस घटना से नांदेड़ में फिर एक बार सनसनी मच गई है।