बॉक्सिंग (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: मुक्केबाजों के लिए एक बड़ी खबर आई है। अब फिर से मुक्केबाजी को ओलंपिक के शामिल कर लिया गया है। 2028 लॉस एंजिलिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में मुक्केबाजी फिर से पुराना स्थान मिल गया है। जिसकी मुहर आईओसी ने लगा दी है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) के 144वें सत्र के दौरान सभी सदस्यों ने मुक्केबाजी के पक्ष में मतदान किया।
आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने लॉस एंजिलिस खेलों में मुक्केबाजी को शामिल करने के पक्ष में सभी से हाथ उठाने को कहा तो सभी सदस्यों ने विधिवत सहमति व्यक्त की। कोई भी सदस्य मतदान से अनुपस्थित नहीं रहा और किसी ने भी इसके विरोध में मतदान नहीं किया। बाक ने कहा कि ओलंपिक कार्यक्रम में मुक्केबाजी को वापस शामिल करने की मंजूरी के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। हम एक शानदार मुक्केबाजी टूर्नामेंट की उम्मीद कर सकते हैं। ऐसा अक्सर नहीं होता है जबकि किसी खेल को ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल करने पर सर्वसम्मति बने।
आईओसी के फरवरी 2022 में हुए सत्र में मुक्केबाजी को ओलंपिक 2028 की शुरुआती कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था क्योंकि तत्कालीन खेल निकाय अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (आईबीए) अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर रहा था। आईओसी ने प्रशासन, इसके वित्त और मुकाबलों और निर्णय की अखंडता पर लंबे समय से चल रहे विवादों के बाद आईबीए को निलंबित कर दिया था।
बता दें कि मुक्केबाजी 1904 से लगातार ओलंपिक खेलों का हिस्सा है, लेकिन 2019 में कई मुद्दों के कारण अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ निलंबित हो गया था। तोक्यो और पेरिस ओलंपिक में आईओसी के विशेष टास्क फोर्स की निगरानी में मुक्केबाजी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रकार ‘वर्ल्ड बॉक्सिंग’ का गठन यह सुनिश्चित करने के लिए किया गया कि मुक्केबाजी ओलंपिक खेल बना रहे।
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आइओसी ने पिछले साल हालांकि स्पष्ट कर दिया था कि मुक्केबाजी को ओलंपिक 2028 के खेल कार्यक्रम में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघों को नए अंतरराष्ट्रीय महासंघ के बारे में आम सहमति बनानी होगी। बाक ने नई संचालन संस्था को भी बधाई दी, जिसे आईओसी ने पिछले महीने मान्यता दी थी। नई मुक्केबाजी संस्था के पास अब 80 से अधिक राष्ट्रीय संघों की सदस्यता है।
मुक्केबाजी के ओलंपिक में फिर शामिल करने पर भारतीय बॉक्सरों में काफी खुश है। मुक्केबाजी में पिछले कुछ सालों में पदक जीतने का दावेदार रहा है। भारत ने ओलंपिक मुक्केबाजी इतिहास में कुल तीन कांस्य पदक जीते हैं। पेरिस ओलंपिक 2024 में छह भारतीय मुक्केबाज उतरे थे, हालांकि कोई पदक नहीं जीत सका था।