
वक्फ बिल पर तेजस्वी यादव का बयान (डिजाइन फोटो)
पटना: तेजस्वी यादव ने पटना में वक्फ बोर्ड बिल के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अगर बिहार में हमारी सरकार बनी तो इस बिल को कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा। वक्फ की लड़ाई सदन, सड़क और कोर्ट तक जाएगी। आरजेडी ने लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ बोर्ड का पुरजोर विरोध किया है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हमने आरक्षण की लड़ाई के लिए सड़क से सदन तक आवाज उठाई और कोर्ट गए, उसी तरह आज शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल वक्फ बोर्ड को लेकर मुसलमानों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर सुप्रीम कोर्ट गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे सांसदों ने इस बिल के खिलाफ वोट किया। हमारा मानना है कि यह असंवैधानिक बिल है। यह हमारे संविधान में मौजूद अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है। बीजेपी के लोग ध्रुवीकरण की राजनीति कर रहे हैं। ये लोग देश को बांटना चाहते हैं, महंगाई, पलायन, देश की आर्थिक स्थिति जैसे असली मुद्दों से ध्यान भटका रहे हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि लोग इस मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं और राजनीतिक लाभ उठा रहे हैं। आरएसएस और भाजपा के लोग संविधान विरोधी हैं। वे लगातार संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं। वे पूरे देश में नागपुरिया कानून लागू करना चाहते हैं। हम संविधान और धर्मनिरपेक्षता की बात करते हैं।
सीएम नीतीश पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहोश हैं। हम उन पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। उनकी हालत देखकर हम चिंतित हैं, लेकिन इस बिल का समर्थन करने वाली और खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी या धर्मनिरपेक्ष नेता कहने वाली पार्टियों की पोल खुल गई है। वे राजनीति करते हैं! ऐसे लोग देश की जनता, एकता और विचारधारा के लिए राजनीति नहीं करते हैं।
पत्रकार – कोर्ट जाने के अलावा आपके पास क्या विकल्प है? तेजस्वी यादव – जिस दिन हमारी सरकार बनेगी, हम इस बिल को कूड़ेदान में फेंक देंगे।pic.twitter.com/9t6gcron9L — Office of Tejashwi Yadav (@TejashwiOffice) April 5, 2025
अब कोई कितना भी यह जस्टिफाई करें कि नरेंद्र मोदी और भाजपा के लोग मुसलमानों का भला चाहते हैं और यह बिल मुसलमानों के पक्ष में है, कोई इस पर यकीन नहीं करेगा। जिस तरह से पिछड़े और अति पिछड़े दलित आदिवासियों के लिए आरक्षण की लड़ाई को बढ़ाकर 65% किया गया, उसे भाजपा ने आकर रोक दिया और आज मामला कोर्ट में है। हमने सड़क से लेकर संसद तक आरक्षण के लिए आवाज उठाई और आज हम कोर्ट में हैं। आज राष्ट्रीय जनता दल वक्फ बोर्ड को लेकर मुसलमानों के साथ हो रहे अन्याय को लेकर सुप्रीम कोर्ट गया है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “जो लोग मुसलमानों को दिन-रात गाली देते हैं, टीवी पर खुलेआम गाली देते हैं। संसद में मुसलमान सांसदों को मुल्ला कहते हैं, उनके सांसद कहते हैं गोली मार दो, प्रधानमंत्री कहते हैं कपड़ों से पहचान लो, मंगल उनका पेशाब छीन लेगा। बिहार में बचौल कहते हैं कि मुसलमानों का वोटिंग पावर छीन लिया जाए और ये लोग मुसलमान भाइयों के हितैषी होने का ढोंग करते हैं। जनता जानती है कि असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए यह बिल लाया गया है।”
आरजेडी नेता ने यह भी साफ कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो हम इसे किसी भी कीमत पर बिहार में लागू नहीं होने देंगे। मैं दलित भाइयों और हिंदू भाइयों से कहना चाहता हूं कि ये आरएसएस और बीजेपी वाले पिछड़े लोगों को मुख्यधारा से आर्थिक रूप से दूर करने का प्रोजेक्ट चला रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि अभी मुसलमान निशाने पर हैं, लेकिन असली निशाना दलित, पिछड़े, महादलित और आदिवासी हैं, जो हमारे पिछड़े हिंदू हैं। दलित हिंदू और आदिवासी हिंदू हैं। उनको मुख्यधारा में आने से रोकने की साजिश की जा रही है। वक्फ बोर्ड को लेकर हमारी पार्टी और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव की स्पष्ट सोच है कि इसका खामियाजा एनडीए के लोगों को भुगतना पड़ेगा।






