
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Maharashtra Waqf Board News : छत्रपति संभाजीनगर महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड की ऑडिट रिपोर्ट पहली बार विधानसभा के पटल पर प्रस्तुत की गई है। वक्फ बोर्ड के इतिहास में यह पहला अवसर है, जिसे एक।
बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। बोर्ड के अध्यक्ष समीर काजी के प्रयासों से यह महत्वपूर्ण कार्य संभव हो सका है। विधानसभा के पटल पर पहली बार ऑडिट रिपोर्ट रखे जाने पर सत्ताधारी और विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष समीर काजी की विशेष सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है।
इसको लेकर समीर काजी ने विश्वास व्यक्त किया कि आगे भी हर वर्ष वक्फ बोर्ड की ऑडिट रिपोर्ट समय पर विधानसभा पटल पर प्रस्तुत करने के लिए बोर्ड पूरी तरह प्रतिबद्ध रहेगा।
इन दिनों नागपुर में चल रहे विधानसभा के 8 दिवसीय शीतकालीन सत्र से पूर्व, कानून की धारा 81 के अनुसार वक्फ बोर्ड को प्रतिवर्ष अपनी लेखा परीक्षा रिपोर्ट विधानसभा के पटल पर रखना अनिवार्य है। इसके बावजूद पूर्व में तकनीकी अड़चनों और व्यवस्थागत कमी के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही थी।
अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालने के बाद समीर काजी ने लेखा परीक्षा विभाग को सशक्त करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट आदेश दिए कि ऑडिट रिपोर्ट को विधानसभा पटल पर रखने की तैयारी तुरंत की जाए।
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महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जुनेद सैयद ने तत्काल इस दिशा में कार्य शुरू किया। इन प्रयासों का परिणाम यह रहा कि वर्ष 2002-03 से 2017-18 तक की अवधि की ऑडिट रिपोर्ट अब विधानसभा पटल पर प्रस्तुत की जा सकी है। इसे वक्फ बोर्ड में पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।






