अखिलेश यादव, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, लालू प्रसाद यादव (डिजाइन फोटो)
Vice Presidential Election: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। एक तरफ सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन उम्मीदवार पर मंथन कर रहा है। वहीं दूसरी आरे विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में कवायद तेज हो गई है। उपराष्ट्रपति पद के लिए इंडिया ब्लॉक संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा। संभावित नामों पर चर्चा करने तथा इस पर आम सहमति बनाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विपक्षी दलों से संपर्क कर रहे हैं। खड़गे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में यह प्रबल भावना है कि विपक्षी दलों को परिणाम की परवाह किए बिना एक मजबूत राजनीतिक संदेश भेजने के लिए मुकाबले से पीछे नहीं हटना चाहिए।
उम्मीदवार चुनने पर कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के साझेदारों के बीच बातचीत चल रही है और खड़गे आम सहमति बनाने के लिए विपक्षी दलों से संपर्क कर रहे हैं।
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, सभी दलों में इस बात पर आम सहमति है कि ‘इंडिया’ उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा। हालांकि, विपक्षी खेमे के एक वर्ग का मानना है कि भाजपा द्वारा अपने उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही ‘इंडिया’ को अपना उम्मीदवार तय करना चाहिए। खड़गे सोमवार को ‘इंडिया’ के सांसदों के लिए रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे।
हाल के समय में ‘इंडिया’ के घटक दलों के बीच एकता बढ़ी है, जिन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण और कथित चुनाव धांधली के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया है। एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए, ‘इंडिया’ के शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर एक रात्रिभोज बैठक आयोजित की और बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के साथ भाजपा-निर्वाचन आयोग के वोट चोरी मॉडल के खिलाफ लड़ने की प्रतिबद्धता जताई।
बैठक में 25 दलों के कई नेता मौजूद थे, जिनमें खड़गे, सोनिया गांधी, राकांपा-(एसपी) प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस सुप्रीमो फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, सपा के अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, द्रमुक के तिरुचि शिवा और टी आर बालू, माकपा के एम ए बेबी, भाकपा के डी राजा, भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य और एमएनएम प्रमुख कमल हासन शामिल थे।
बैठक के दौरान राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग के माध्यम से भाजपा के कथित तौर पर वोट चोरी मॉडल पर एक प्रस्तुति दी। कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने इस बैठक को सबसे सफल बैठकों में से एक बताया। यह पूछे जाने पर कि क्या उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी चर्चा हुई, उन्होंने कहा, उपराष्ट्रपति चुनाव पर ज़्यादा चर्चा नहीं हुई।।।इसके लिए और भी मौके हैं।
जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए चार अगस्त की शाम को अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, हालांकि उनके इस्तीफे के पीछे अन्य कारणों को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 781 है और उपराष्ट्रपति पद के लिए विजयी उम्मीदवार को 391 वोट हासिल करने होंगे, बशर्ते सभी पात्र मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें।
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उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मतदान करते हैं, इनमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि राजग के पक्ष में लगभग 422 सदस्य हैं।
निर्वाचन आयोग ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पिछले अधिसूचना जारी की, जिससे धनखड़ के उत्तराधिकारी के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई। अधिसूचना के अनुसार, नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है और दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है।
उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी, राज्यसभा महासचिव पी सी मोदी को तीन नामांकन पत्र प्राप्त हुए, जिन्हें क्रमानुसार न होने के कारण अस्वीकार कर दिया गया।