वाशी सेक्टर-26 में जहरीली हवा (pic credit; social media)
Toxic air in Vashi: वाशी के सेक्टर-26 और आसपास के इलाकों में पिछले दो दिनों से जहरीली हवा का कहर छाया हुआ है। सुबह और रात के समय इलाके पर धुएं का बादल छा जाता है जिससे लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है। बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। नागरिकों का कहना है कि खिड़कियां बंद करने के बाद भी तेज गंध घर के अंदर तक पहुंच रही है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि बुधवार सुबह छह बजे तक पूरा इलाका धुएं से घिरा हुआ था। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) के मुताबिक, सुबह छह बजे वाशी-कोपरी केंद्र पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 80 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है। लेकिन नागरिकों का कहना है कि हालात ‘खतरनाक’ जैसे लग रहे थे क्योंकि सांस लेना भी मुश्किल हो गया था।
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नागरिकों का आरोप है कि रात में वाशी एपीएमसी मार्केट और आसपास की जिंक कास्टिंग कंपनियों से निकलने वाला धुआं पूरे इलाके को ढक लेता है। भारी वाहनों से उड़ने वाली धूल भी इसमें इजाफा करती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या नई नहीं है, लेकिन जिम्मेदार विभाग कार्रवाई करने के बजाय चुप्पी साधे हुए हैं।
सेक्टर-26 के अलावा सेक्टर 28, 29, तुर्भे और कोपरखैरने से भी बड़ी संख्या में शिकायतें सामने आई हैं। लोग कह रहे हैं कि धुएं की वजह से उन्हें लगातार खिड़कियां बंद रखनी पड़ रही हैं, फिर भी घरों के भीतर घुटन महसूस हो रही है। बच्चों को खांसी और बुजुर्गों को सांस की तकलीफ बढ़ गई है।
नागरिकों ने मांग की है कि प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों और कंपनियों के खिलाफ तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में हरित पट्टी बनाने और नियमित गश्त बढ़ाने की भी जरूरत है ताकि लोगों को राहत मिल सके।