पितृ पक्ष में सब्जियों की कीमतों में वृद्धि (pic credit; social media)
Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष शुरू होते ही सात्विक भोजन की मांग बढ़ गई है और इसका सीधा असर सब्जियों की कीमतों पर दिखाई दे रहा है। नवी मुंबई, पनवेल और उरण सहित आसपास के बाजारों में सब्जियों के दाम 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं।
जानकारी के अनुसार, श्रद्ध कर्म और तर्पण के लिए लोग सात्विक भोजन का सेवन करते हैं, जिसमें फूलगोभी, ग्वार, भिंडी, करेला, लाल कडू, मटर, कच्चे केले और पत्तेदार सब्जियां शामिल हैं। इनकी मांग में अचानक तेजी आई है, लेकिन आवक कम होने के कारण दाम आसमान छूने लगे हैं।
बाशी स्थित एपीएमसी सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना है कि राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश से सब्जियों की फसल बर्बाद हुई है। इस वजह से मंडी में सब्जियों की आपूर्ति घटी है। यही कारण है कि थोक में दाम बढ़े और खुदरा बाजार में तो सब्जियों की कीमतों पर कोई नियंत्रण ही नहीं बचा। दुकानदार मौके का फायदा उठाकर सब्जियां दोगुने से तिगुने दाम पर बेच रहे हैं।
थोक मंडी में सब्जियों के दाम:
खास तौर पर पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक और धनिया को बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इसके कारण इनकी कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं। किसानों का कहना है कि खेतों से सब्जियां बाजार तक पहुंचने में भी दिक्कत आ रही है, क्योंकि लगातार हो रही बारिश ने ट्रांसपोर्ट की रफ्तार धीमी कर दी है।
गृहणियों का कहना है कि रोजमर्रा की जरूरत की सब्जियां खरीदना अब जेब पर भारी पड़ रहा है। किचन का पूरा बजट बिगड़ गया है। लोग मजबूरी में कम सब्जियां खरीद रहे हैं या फिर विकल्प तलाशने लगे हैं।
व्यापारियों का कहना है कि जब तक बारिश बंद नहीं होती और नई फसलें नहीं आतीं, तब तक सब्जियों की कीमतों में राहत मिलना मुश्किल है।