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ठाणे: ठाणे महानगरपालिका (टीएमसी) क्षेत्र के अंतर्गत महानगरपालिका द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों (Schools) में वर्तमान समय में घट रही विद्यार्थियों (Students) की संख्या शिक्षा विभाग (Education Department) के लिए चिंता का सबब बना हुआ है। प्रत्येक वर्ष टीएमसी प्रशासन (TMC Administration) अपने स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की शिक्षा, स्कूलों की देखभाल और शिक्षकों के वेतन पर करोड़ों रुपए खर्च करती हैं। फिर भी विद्यार्थियों को आकर्षित करने में असफल साबित होती नजर आ रही है।
गौरतलब है कि ठाणे महानगरपालिका प्रशासन द्वारा शहर में कुल 124 स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। डेढ़ दशक पहले ठाणे महानगरपालिका संचालित स्कूलों में 55 हजार से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन वर्तमान समय में इन विद्यालयों में छात्रों की संख्या गिरकर 24 हजार पर आ गई है। संभावना जताई जा रही है कि आगे के कुछ वर्षों में विद्यार्थियों की संख्या और भी घट जाएगी। गत छह वर्षों के दौरान छात्रों की संख्या तेजी से घटी है।
प्रशासनिक स्तर पर इसको लेकर किसी भी तरह की पहल नहीं की जा रही है। शिक्षण के स्तर में किसी भी तरह का सुधार नहीं देखा जा रहा है। हाल के वर्षों में बड़ी तेजी से महानगरपालिका द्वारा संचालित स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या घटी है, जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। ठाणे शहर में ठाणे महानगरपालिका द्वारा संचालित पूर्व प्राथमिक, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
कोरोना के कारण लगातार दो वर्षों तक ठाणे महानगरपालिका संचालित स्कूलों में पढ़ाई बुरी तरह से बाधित रही थी। इन बच्चों को मोबाइल और इंटरनेट या वाईफाई की सुविधा नहीं होने के कारण 60 प्रतिशत से अधिक बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाए। टीएमसी संचालित स्कूलों में वर्ष 2018 में 27 हजार से अधिक बच्चे, वर्ष 2019 में 29 हजार बच्चे, वर्ष 2020 में 27 हजार बच्चे और वर्ष 2021 में 24 हजार से अधिक बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। छात्रों की संख्या में यह गिरावट साफ दर्शा रहा है कि मान्यता संचालित स्कूलों में शैक्षणिक स्तर नीचे गिर चुका है।
इस मामले को लेकर बीजेपी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष अंकित इंद्रेश राय कहना है कि स्कूलों में पढ़ाई की बेहतर सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां पर छात्रों की संख्या लगातार घट रही है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में संचालित किए जाने वाले इन विद्यालयों की स्थिति से साफ जाहिर हो रहा है कि ठाणे महानगरपालिका संचालित स्कूलों में शिक्षा का स्तर गिर रहा है। इस कारण अभिभावक अपने बच्चे को पढ़ाई के लिए निजी स्कूलों में डाल रहे हैं।