
MBMC Election:मीरा-भाईंदर महानगरपालिका चुनाव (सोर्सः सोशल मीडिया)
BJP vs Shiv Sena: मीरा-भाईंदर महानगरपालिका (MBMC) चुनाव में इस बार सियासत पूरी तरह गरमा चुकी है। वर्षों बाद ऐसा दृश्य देखने को मिल रहा है जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना बिना किसी युति के आमने-सामने चुनावी मैदान में उतर गई हैं। नामांकन के अंतिम दिन दोनों दलों ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए एक-दूसरे को खुली चुनौती दी।
भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता ने पत्रकार परिषद में उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए बड़ा दावा किया। उन्होंने बताया कि भाजपा ने 95 में से 87 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं। इनमें महाराष्ट्रीयन 24, आगरी 15, गुजराती 12, राजस्थानी 14, पंजाबी 1, बंगाली 1, दक्षिण भारतीय 2, उत्तर भारतीय 14 और ईसाई समुदाय से 4 उम्मीदवार शामिल हैं।
विभिन्न समाजों को प्रतिनिधित्व देने का दावा करते हुए मेहता ने कहा कि इस बार भाजपा 70 से अधिक सीटें जीतेगी और महापौर भी भाजपा का ही होगा। उन्होंने बताया कि इस चुनाव में पार्टी का आरपीआई (आठवले) और पीआरपी के साथ गठबंधन है।
विधायक मेहता के इस दावे के तुरंत बाद शिवसेना की ओर से भी जोरदार पलटवार हुआ। परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शिवसेना ने 81 सीटों पर अपने उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “हमने 81 भारतीय उम्मीदवार दिए हैं और इस बार शिवसेना 50 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करेगी। मनपा पर भगवा लहराएगा और महापौर शिवसेना का होगा।”
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युति टूटने के सवाल पर दोनों नेताओं के बयान तल्ख नजर आए। जहां शिवसेना ने युति न होने का ठीकरा भाजपा विधायक पर फोड़ा, वहीं भाजपा ने सीट बंटवारे को लेकर ठाणे मॉडल का हवाला दिया। राज्य की सत्ता में साथ होने के बावजूद मीरा-भाईंदर मनपा चुनाव में भाजपा और शिवसेना के बीच बढ़ती तकरार ने सियासी माहौल को पूरी तरह गर्मा दिया है। अब यह स्पष्ट है कि इस बार MBMC चुनाव का मुख्य और निर्णायक मुकाबला भाजपा बनाम शिवसेना के बीच ही होगा।






