हर्षवर्धन सपकाल (pic credit; social media)
HarshVardhan Sapkal alleges Modi government: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कल्याण में 450 एकड़ जमीन अदाणी की सीमेंट कंपनी को दी गई और इसके लिए सभी नियमों में बदलाव किया गया। यह जमीन पहले आम गरीबों के लिए सुरक्षित थी, लेकिन अब इसे राष्ट्रीय उद्योगपतियों के हित में हस्तांतरित कर दिया गया है।
सपकाल ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर स्थानीय आंदोलनकारियों का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कुल कानून और सीलिंग एक्ट लाकर गरीबों को जमीन दी थी। आचार्य विनोबा भावे ने भूदान आंदोलन के जरिए भूमिहीनों को जमीन दिलाई। लेकिन अब परिस्थितियां बदल गई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार गरीबों की जमीन छीनकर अपने चहेते उद्योगपतियों को तोहफे में दे रही है।
हर्षवर्धन सपकाल ने मुंबई का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, नवी मुंबई का हवाई अड्डा, धारावी, मदर डेयरी और देवनार की जमीन देने के उदाहरण दिए। उनका कहना है कि इस प्रक्रिया में भारी भ्रष्टाचार हुआ और स्थानीय लोगों की जिंदगी पर संकट बन चुका है। उन्होंने कहा कि केवल जमीन ही नहीं दी गई, बल्कि इस कंपनी के लिए पर्यावरण और अन्य सभी नियमों में भी बदलाव किए गए।
हर्षवर्धन सपकाल ने आगे कहा कि इस आंदोलन को दबाने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। लेकिन कांग्रेस पार्टी इसे विधानसभा में भी जोरदार तरीके से उठाएगी। उन्होंने कहा कि देश के मुख्य न्यायाधीश और स्थानीय वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ मनुवादी प्रवृत्ति दिखाई दे रही है, लेकिन कांग्रेस डरने वाली नहीं है।
उल्हासनगर में आयोजित कार्यक्रम में सपकाल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा देश और आम लोगों के लिए काम करती रही है। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा केवल तमाशा देख रही है और जनता के हितों की अनदेखी कर रही है।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष एडवोकेट गणेश पाटिल, पूर्व सांसद सुरेश टावरे, रानी अग्रवाल, कल्याण शहर अध्यक्ष सचिन पोटे और उल्हासनगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रोहित सालों सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
सपकाल ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस स्थानीय लोगों के साथ खड़ी है और भूमि विवाद में न्याय दिलाने के लिए पूरी कोशिश करेगी। जनता की निगाहें अब सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।