नलों में दूषित सीवर का पानी (pic credit; social media)
Contaminated Sewer Water in Taps: पश्चिमी भाईंदर के पाली बंदर और पाली शांतिनगर क्षेत्र में पिछले कई दिनों से नलों में गटर का दूषित पानी आने की समस्या ने नागरिकों की परेशानी बढ़ा दी है। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की सप्लाई के दौरान इस्तेमाल होने वाले वाल्व में गड़बड़ी के कारण गटर का पानी पाइपलाइन में प्रवेश कर रहा है। इस वजह से नलों से आने वाला पानी बदबूदार, गंदा और स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो गया है।
नागरिकों ने कई बार इस समस्या की शिकायत संबंधित अधिकारी दत्तात्रेय जाधव से की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। पूर्व स्थानीय नगरसेवक बनाँड डिमेलो ने बताया कि लोग मजबूरी में बाजार से पीने का पानी खरीदकर इस्तेमाल कर रहे हैं। इससे गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है।
बच्चों और बुजुर्गों में दूषित पानी से बीमारियों का खतरा बढ़ने की भी आशंका है। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या का तुरंत सर्वेक्षण कर उचित तकनीकी जांच की जाए, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि गटर का पानी सप्लाई लाइन में कैसे जा रहा है।
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इसके साथ ही नागरिक दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने और क्षेत्र में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था बहाल करने की भी मांग कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ, तो वे बड़े स्तर पर प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
भाईंदर क्षेत्र में यह समस्या पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रही है। नागरिकों की राय में, पानी की सप्लाई और पाइपलाइन की नियमित निगरानी न होने की वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई है। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के अलावा रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हो रही है।
स्थानीय प्रशासन ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन नागरिक उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जल्द समाधान किया जाएगा।