तेजस्वी यादव और संजय राउत (डिजाइन फोटो)
Sanjay Raut Spoke On Tejashwi Yadav And Prashant Kishore: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने रविवार को प्रशांत किशोर की नई पार्टी जनसुराज पार्टी पर बड़ा बयान दिया। राउत ने कहा कि प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी निकाली है और वे किसी एक व्यक्ति का नाम लेकर राजनीति कर रहे हैं, जो उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है।
संजय राउत ने प्रशांत किशोर की पार्टी की तुलना तेजस्वी यादव और राहुल गांधी से की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी बिहार के गैर विवादित नेता हैं और राहुल गांधी देश के गैर विवादित नेता हैं। राउत ने प्रशांत किशोर के बारे में कहा कि उनकी पार्टी नई है, उनकी दौलत और बातें नई हैं, और उन्हें अभी बिहार में अपनी ताकत दिखानी है। राउत ने दावा किया कि “तेजस्वी बिहार के अगले मुख्यमंत्री होंगे, उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।”
Mumbai, Maharashtra: Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, “Prashant Kishor has showcased a party. He is taking the name of an individual involved in politics, but that is not true political strategy…” pic.twitter.com/Pw6x5sUAng — IANS (@ians_india) October 12, 2025
वहीं, प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने बिहार के 243 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की तैयारी पूरी कर ली है। पार्टी ने 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है। इसमें 7 अनुसूचित जाति, 17 अतिपिछड़ों, 11 पिछड़े, 8 अल्पसंख्यक और 8 सामान्य वर्ग के उम्मीदवार शामिल हैं। जनसुराज के अध्यक्ष उदय सिंह ने प्रेस वार्ता में इस सूची की घोषणा की।
हालांकि, इस सूची में पार्टी के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर का नाम नहीं है। माना जा रहा है कि वे चुनाव में उम्मीदवारों को मैनेज करने और रणनीति बनाने पर ध्यान देंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में आयोजित होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण के लिए 6 नवंबर को 121 सीटों पर वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण में 11 नवंबर को 122 सीटों पर मतदान होगा।
यह भी पढ़ें:- उधर सीट बंटवारे में उलझा NDA और महागठबंधन, इधर ओवैसी ने बढ़ा दी टेंशन, जारी कर दी 32 सीटों की लिस्ट
जनसुराज पार्टी ने पिछले दो साल से बिहार में लगातार सक्रिय रहकर जमीन तैयार की है। पार्टी ने विभिन्न सामाजिक वर्गों के उम्मीदवारों को टिकट देकर चुनावी मैदान में मजबूत उपस्थिति बनाने की कोशिश की है। वहीं, राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं कि प्रशांत किशोर की रणनीति और नए उम्मीदवारों की सक्रियता इस बार बिहार के चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकती है।
इस प्रकार, बिहार चुनाव 2025 में जनता के सामने कई नई राजनीतिक चालें और रणनीतियाँ सामने आने वाली हैं, जिसमें तेजस्वी यादव की लोकप्रियता और प्रशांत किशोर की नई पार्टी की ताकत सबसे बड़े मुद्दे बनकर उभर रही है।